प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत बिथरी ब्लाक में 3,500 से अधिक अपात्र महिलाओं को लाभार्थी बनाया गया है। प्रत्येक महिला के खाते में योजना के 5-5 हजार रुपये आए हैं और घोटालेबाजों ने उसमें 4 हजार रुपये बतौर कमीशन लिया है।
बेनीपुरा सादात गांव में अब तक हुई जांच में कुसुम देवी, परवीन, महरुनिशा, नत्थो देवी, शन्नो, डौली देवी, अफसाना, शुगरा, पूजा देवी, रवीना, रेशमा समेत कुल 27 फर्जी लाभार्थी पकड़े जा चुके हैं।
जिला प्रशासनिक अधिकारी डा. राकेश ने बताया कि इन महिलाओं के बयान दर्ज किए जाएंगे और बैंक खातों के सत्यापन के बाद घोटाले की पुष्टि होने पर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
बिथरी ब्लाक में डाटा एंट्री आपरेटर शिवओम को डीएओ डा. राकेश ने सभी लभार्थियों के फार्म दिखाने को कहा है। पहले हुई जांच में आरोप है कि फार्मों पर सोडियम हाइपोक्लोराइड छिड़क दिया गया था। जिला कार्यक्रम सहायक ने शिवओम पर भी आरोप लगाया है कि उसने फार्मों का सत्यापन नहीं कराया था।
बिथरी ब्लॉक में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में हुए सवा करोड़ के घोटाले में एक डाक्टर समेत चार लोगों की भूमिका संदिग्ध मिल रही है। जिला प्रशासनिक अधिकारी डा. राकेश ने बेनीपुर सादात गांव में जांच की तो पता चला कि वहां 27 महिलाएं फर्जी तरीके से लाभार्थी बनी हैं। तीन अन्य गांवों में भी अब तक 52 महिलाएं ऐसी मिल चुकी हैं, जो अपात्र होते हुए भी योजना में लाभार्थी बनाई गई हैं। ऐसी महिलाओं का बयान दर्ज किया जाएगा और उसके बाद दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।