पूर्वांचल में रविवार की सुबह ठंड में थोड़ी नरमी रही लेकिन एक-दो घंटे बाद ही शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया। हालांकि दोपहर होते होते भगवान भास्कर के दर्शन हुए लेकिन उनकी लुकाछिपी भी चलती रही। गलन भरी ठंड के कारण धूप भी बेअसर रही। वाराणसी में न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ाव हुआ, लेकिन अधिकतम पारा 12 डिग्री पर टिका रहा। अवकाश का दिन होने की वजह से ठंड से लोग दुबके भी रहे और रोमांच व पर्यटन के शौकीनों ने घुमने का प्रोग्राम भी बनाया। वहीं ठंड लगने से भदोही में चार, चंदौली में तीन, सोनभद्र व वाराणसी में दो-दो व मऊ में एक लोग की मौत हो गई। घने कोहरे के चलते रविवार को भी वाराणसी एयरपोर्ट पर विमानों का आवागमन प्रभावित रहा। वहीं रेल परिचालन पर असर देखने को मिला, कई गाडि़यां निरस्त रहीं तो कई काफी लेट रही।
कोहरे ने रोक दी उड़ान
घने कोहरे के चलते रविवार को भी वाराणसी एयरपोर्ट पर विमानों का आवागमन प्रभावित रहा। सुबह में वाराणसी एयरपोर्ट पर बैंकाक से आने वाला विमान 6ई98 और दिल्ली से आने वाला विमान 6ई906, ये दोनों विमान दो घंटे विलंबित रहे। इसके अलावा मुंबई, बेंगलुरु, गया, कोलकाता से वाराणसी आने और जाने वाले कुल 10 उड़ानों को रद कर दिया गया। वाराणसी में कोहरे के चलते विमानों को हो रही समस्या को देखते हुए विमानन कंपनियों द्वारा कहा गया है कि विमान की स्थिति चेक करने के बाद ही घर से निकलें। वहीं उड़ानें रद होने से यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। खासकर उनको जिन्हें जरूरी कार्य से अपने गंतव्य को जाना था। हालांकि प्रकृति के आगे विमान सेवा भी असहाय साबित हुई।