भिलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस सपने पर धमधा पंचायत के अधिकारी पानी फेर रहे हैं , जिसमें उन्होंने हर ग्रामीण को आवास देने के लिए योजना बनाई थी। जनपद पंचायत धमधा के अंतर्गत आने वाले कई गांव में जनपद पंचायत के अफसर और ठेकेदार ग्रामीणों के खातों में आए पैसों को निकलवाकर फरार हो गए हैं, पीएम आवास के नाम पर आधे अधूरे मकान बने हुए हैं। अब ग्रामीणों के समक्ष अपना घर का सपना चकनाचूर हो गया है । ऐसे ग्रामीण झुग्गी झोपड़ियों में रहने के लिए मजबूर हैं।
हम बात जनपद पंचायत धमधा के अंतर्गत आने वाले अहेरी, पोटिया के ग्रामीणों की कर रहे हैं। जहां पर प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों को ठेकेदार और जनपद पंचायत के अधिकारियों ने अपना शिकार बनाया है। सीधे साधे ग्रामीणों के खातों में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आई राशि एक लाख 20 हजार रुपये को निकलवा लिया और उस राशि से घर बनवाने की बात कहकर आधा अधूरा बनाकर छोड़ दिया गया। अब इस क्षेत्र के ग्रामीण पीएम आवास को लेकर दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। जिनकी कोई सुन नहीं रहा है।
इस संबंध में भूपेंद्र साहू सभापति, संकार्य निर्माण धमधा जनपद पंचायत ने कहा कि ग्रामीणों ने जनपद पंचायत धमधा के पूर्व एडीओ के कहने पर भिलाई के ठेकेदार को पीएम आवास के लिए खातों में आए पैसे को दिया था। ठेकेदार पैसे लेकर फरार हो गया है और आधे अधूरे मकान छोड़ दिया है। ग्रामीण परेशान हैं।
अफसर कह रहे हैं पुलिस में जाएं
ग्रामीणों ने बताया कि जब वे ठेकेदार और एक अधिकारी की शिकायत करने जनपद पंचायत जाते हैं ,तब उनसे कहा जाता है कि वे पुलिस में जाकर शिकायत करें । ग्रामीणों की बात को सुनने को जनपद पंचायत के अफसर तैयार नहीं है। वह अपना पल्ला झाड़ रहे हैं । बताया जाता है कि जिस अधिकारी ने ग्रामीणों से ठेकेदार को पीएम आवास का पैसा दिलवाया था ,उस अदिकारी ने अपना ट्रांसफर राजनांदगांव करवा लिया है। वही ठेकेदार भी फरार हो गया है।
दोहरी समस्या से जूझ रहे ग्रामीण
ग्रामीण पीएम आवास का लाभ नहीं मिलने की वजह से झुग्गी में रहने को विवश है। इन ग्रामीणों के समक्ष दोहरी समस्या उत्पन्ना हो गई है, एक तो उनके खातों में डाली गई राशि को ठेकेदार लेकर फरार हो गया और दूसरा उनके नाम से आधे अधूरे मकान बनकर खड़े हुए हैं। जिन्हें नई योजना में शामिल नहीं किया जाएगा।