कोहरे और गलन भरी ठंड के चलते गुरुवार को जिले में जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। कोहरे के चलते सुबह दस बजे तक सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए। ठंड के चलते राहगीर जहां-जहां दूकानों पर चाय की चुस्कियां लेते और हाथ सेंकते नजर आए। दोपहर बाद दो बजे हल्की धूप निकली और कुछ ही देर बाद फिर बदली हो गई। जिले का अधिकतम तापमान 19 और न्यूनतम 10 िडग्री सेल्सियस रहा। रोडवेज, रेलवे स्टेशन और टैक्सी स्टैंडों पर अलाव जलने से यात्रियों ने राहत ली। उधर, निजामाबाद क्षेत्र में डीएम के आदेश के बावजूद स्कूल खुले रहे।
सुबह कोहरे के चलते सड़क पर कुछ भी नहीं दिख रहा था। हालत यह रही कि वाहन रेंगते हुए अपने गंत्वय को पहुंचे। वहीं रोडवेज, रेलवे स्टेशन, नरौली, ब्रह्मस्थान, हर्रा की चुंगी, बिलरिया की चुंगी, सिधारी हाइडिल और टैक्सी स्टैंड पर पालिका प्रशासन द्वारा अलाव की व्यवस्था की गई है लेकिन कई स्थानों पर लकड़ी की कमी दिखी। सठियांव संवाददाता के अनुसार ठंड बढने से जहां आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
कोहरे के चलते वाहन रेंग रहे थे। मेजवां संवाददाता के अनुसार नगर और ग्रामीण इलाकों में आम-जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कोहरे से जहां वाहनों की रफ्तार धीमी हो जा रही हैं। सुबह को घने कोहरे के बाद दोपहर बाद लगभग एक बजे सूर्य की किरणें धरती पर पहुंची। सूर्य के निकलते ही लोगों ने ठंड और गलन से राहत से महसूस की। लेकिन धूप इतनी तेज नहीं थी कि गलन पूरी तरह से कम हो सके। सर्द हवाओं के कारण शाम होते ही गलन बढ़ गई जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।