इजरायली स्पाइवेयर पेगासस की मदद से दुनियाभर के कई नेताओं और पत्रकारों सहित बड़ी हस्तियों के फोन हैक किए जाने को लेकर छिड़ा बवाल भारत ही नहीं बल्कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी तूल पकड़ता जा रहा है। पाकिस्तान के मौजूदा पीएम इमरान खान के भी फोन की हैकिंग की बात रिपोर्ट में सामने आई है लेकिन इमरान के मंत्री लगातार इस हैकिंग के लिए भारत को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। अब एक बार फिर से पाकिस्तान के मंत्री फारुख हबीब ने इस हैकिंग में भारत को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि संभवतः इमरान का फोन पाक के पूर्व पीएम नवाज शरीफ ने पीएम मोदी की मदद से हैक करवाया था।
इमरान सरकार में आईबी मिनिस्टर फारुख हबीब ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह कहा कि इमरान खान जिस नंबर का इस्तेमाल पहले करते थे, उसकी इजरायली स्पाइवेयर से जासूसी कराया जाना शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि इस नंबर को तब निशाना बनाया गया था जब इमरान खान पाकिस्तान में विपक्ष के नेता थे और भ्रष्टाचार-पनामा लीक्स जैसे मुद्दों पर सरकार की आलोचना करते थे। उन्होंने कहा कि नवाज शरीफ कई बार नेताओं, जजों, सेना के जनरलों, खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों का फोन हैक करवा चुके हैं।
पाकिस्तानी न्यूज पोर्टलों पर मौजूद खबरों के मुताबिक, फारुख हबीब ने कहा कि संभवतः नवाज शरीफ ने भारतीय पीएम मोदी की मदद से इजरायली स्पाइवेयर के जरिए इमरान खान की जानकारी हासिल की थी। उन्होंने यह भी ककहा कि नवाज शरीफ और नरेंद्र मोदी के बीच गहरी दोस्ती रही है। नवाज शरीफ ने मोदी से दोस्ती के कारण ही हुर्रियत नेताओं से मिलने को मना कर दिया था। उन्होंने यह भी कहा कि सिर्फ इमरान खान का नंबर ही क्यों हैक किया गया, बाकि किसी दूसरी पार्टी के नेता का फोन क्यों नहीं हैक हुआ।
भारत पर इमरान के फोन की जासूसी के आरोप
इससे पहले पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने भी भारत पर जासूसी के आरोप लगाए थे। चौधरी ने इमरान खान के फोन की जासूसी को लेकर डॉन न्यूज को बताया, ‘हम भारत द्वारा हैकिंग के ब्योरे का इंतजार कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘एक बार डीटेल पता होने के बाद इस मुद्दे को उचित मंचों पर उठाया जाएगा।’ इससे पहले एक ट्वीट में चौधरी ने उन रिपोर्टों पर चिंता व्यक्त की थी जिसमे कहा गया था कि भारत सरकार ने कथित रूप से पत्रकारों और राजनीतिक विरोधियों की जासूसी करने के लिए इजरायल के सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया है।