एक फैक्ट्री में सिर्फ पांच हजार रुपये प्रति माह के वेतन पर नौकरी करने वाली महिला के जनधन खाते में अचानक 99.99 करोड़ रुपये आ गए। चार अलग-अलग एटीएम से निकाली गई बैलेंस स्लिप में उनके खाते में इतने ही रुपये अंकित हैं। यह देखकर पूरे परिवार में हड़कंप मचा हुआ है। बैंक अफसरों से राहत न मिलने पर पीड़िता के पति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ई-मेल भेजकर मदद की गुहार लगाई है।
माधवपुरम सेक्टर-एक निवासी शीतल मोहकमपुर में ट्राफी और मोमेंटो बनाने वाली फैक्ट्री में पैकेजिंग का काम करती हैं। उनके पति जिलेदार सिंह यादव परतापुर के गगोल में ट्रांसफार्मर बनाने वाली कनोहर इलेक्ट्रीकल्स में प्रोडक्शन एग्जीक्यूटिव हैं। शीतल ने बताया कि वर्ष 2015 में उन्होंने ब्रह्मपुरी स्थित सहायक केंद्र के माध्यम से एसबीआई की शारदा रोड शाखा में जनधन खाता संख्या-35060278080 खुलवाया था। नोटबंदी के बाद जनधन खातों में अचानक आ रहे रुपयों की खबरों के बाद उन्होंने 18 दिसंबर को आईसीआईसीआई के एटीएम पर जाकर अपना खाता जांचा। खाते की स्लिप निकाली तो उसमें 99 करोड़, 99 लाख, 99 हजार, 394 रुपये दर्शाए गए हैं। यह देखते ही उसके पैरों तले जमीन खिसक गई।
शीतल और जिलेदार सिंह ने एसबीआई शारदा रोड में शिकायत दर्ज कराई लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इस पर उन्होंने प्रधानमंत्री को ई-मेल भेजकर पूरा मामले की जानकारी दी और न्याय मांगा। जिलेदार सिंह ने बताया कि पत्नी के खाते में 99.99 करोड़ की जानकारी मिलने के बाद से पूरा परिवार परेशान है। उधर, एसबीआई के उच्च अफसरों ने बताया कि तकनीकी त्रुटि हो सकती है। पूरे मामले की जांच कराई जा रही है।