विकासनगर निवासी व रक्षामंत्री के आवास पर तैनात दरोगा वेद प्रकाश सिंह ने बेटी सृष्टि सिंह (15) की हत्या की बात स्वीकार कर ली है। उसने बताया कि सृष्टि को पढ़ाई के लिए डांटा। इस पर उसने जवाब दिया तो क्रिकेट बैट से पीट दिया। चोटों से सृष्टि ने दम तोड़ दिया तो सर्विस पिस्टल से कनपटी पर गोली मारकर खुदकुशी की कहानी गढ़ डाली। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल बैट बरामद कर लिया है। इंस्पेक्टर धीरज शुक्ला ने बताया कि शुक्रवार दोपहर आरोपी को जेल भेज दिया गया। परिवार के अन्य सदस्यों की भूमिका की जांच की जा रही है।
इंस्पेक्टर ने बताया कि सोमवार को सृष्टि के साथ पिता ने दो बार मारपीट की थी। एक बार सुबह उसे पीटा गया। इसमें सृष्टि को चोटें आईं तो परिवारजनों ने भाऊराव देवरस अस्पताल ले जाकर इलाज कराया और फिर घर ले आए। दोपहर डेढ़ बजे वेद प्रकाश सिंह ने पढ़ाई को लेकर सृष्टि को टोका तो वह बहस करने लगी। इससे वेद प्रकाश का पारा चढ़ गया और उसने बैट से पीट दिया।
माथे पर दो वार से सृष्टि बेहोश होकर गिर पड़ी। कुछ देर में उसने दम तोड़ दिया। बेटी की मौत से घबराए वेद प्रकाश ने खुद को बचाने के लिए उसकी खुदकुशी की कहानी गढ़ी। उसने अपनी सर्विस पिस्टल से कमरे में फायर किया और बेटी को निजी अस्पताल ले गया। वहां से सृष्टि को ट्रॉमा सेंटर ले जाने की सलाह दी गई। वहां चिकित्सकों ने सृष्टि को मृत घोषित कर दिया।
इसके बाद परिवारीजनों ने पुलिस को सृष्टि के कनपटी पर गोली मारकर खुदकुशी करने की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस को पिस्टल व खोखा मिला था। शुरुआती जांच में पुलिस सृष्टि की मौत को खुदकुशी ही मान रही थी, लेकिन ‘अमर उजाला’ ने पूरा मामला संदिग्ध बताते हुए गोली लगने को लेकर सवाल उठाया था। अधिकारियों ने गंभीरता से जांच कराई तो सृष्टि की मौत के पीछे की साजिश का खुलासा हो गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी गोली लगने की बात सामने नहीं आई। रिपोर्ट के मुताबिक सृष्टि की मौत माथे पर भारी वस्तु से प्रहार से हुई थी। इसके बाद मामा लाइन चौराहा चौकी प्रभारी एचपी सिंह की ओर से वेद प्रकाश के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया।