बीते हफ्ते यह आशंका जाहिर की गई थी कि सूरज की सतह से उठा एक ताकतवर सौर तूफान जल्द ही पृथ्वी से टकराएगा, जिसकी वजह से जीपीएस, इंटरनेट और सैटलाइट्स तक प्रभावित हो सकते हैं। आशंका यह भी थी कि इस तूफान से कई जगह बिजली तक गुल हो सकती है। हालांकि, अब एक नई रिपोर्ट में बताया गया है कि ऐसा कोई सौर तूफान न तो धरती से अब तक टकराया है और न ही निकट भविष्य में टकराने वाला है।
यूएसए टुडे’ ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि ऐसी कोई सौर गतिविधि नहीं हुई है। हालांकि, अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के ‘डायनैमिक्स ऑब्जरवेटरी के आधिकारिक ब्लॉग’ के हवाले से रिपोर्ट में यह जरूर बताया गया है कि 3 जुलाई 2021 यानी इसी महीने की तीन तारीख को सूरज से एक चमक जरूर उठी थी, जिसे सोलर फ्लेयर भी कहा जाता है। इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि इस चमक से बड़ा तो क्या छोटा सा सौर तूफान भी नहीं आया। हालांकि, इसका हल्का-फुल्का असर जरूर हुआ।
रिपोर्ट के मुताबिक, धरती से सौर तूफान टकराने का दावा फिलहाल गलत साबित हो रहा है। तीन जुलाई को कुछ जगहों पर सोलर फ्लेयर की वजह से रेडियो सेवाएं जरूर ठप हुई थीं। निकट भविष्य में भी ऐसा कोई बड़ा सौर तूफान आने की आशंका नहीं है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि आखिरी बार धरती से सौर तूफान 13 मार्च, 1989 को टकराया था। उस वक्त कनाडा क्यूबेक प्रांत में पावर ग्रिड फेल होने से ब्लैकआउट हो गया था। इसके अलावा इस घटना ने उत्तरपूर्वी अमेरिकी के भी कुछ हिस्सों में बिजली आपूर्ति को बाधित कर दिया था। इस सौर घटना को तब से ‘क्यूबेक ब्लैकआउट’ के नाम से जाना जाता है।