समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को जेएनयू में हुई हिंसा पर कहा कि यह एक सोचा, समझा हमला था। जो कि भाजपा ने करवाया था। उन्होंने कहा कि पुलिस बवाल और हिंसा करने वालों को शह दे रही थी। जेएनयू को एक खास विचारधारा के लोग एक ही विचारधारा में ढाल देना चाहते हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के लोग लोकतंत्र को बर्बाद कर देना चाहते हैं। जेएनयू में गरीब बच्चे पढ़ते हैं। भाजपा की सरकार नहीं चाहती कि गरीब बच्चे पढ़ें। अखिलेश ने एक वीडियो भी दिखाया और कहा कि वाराणसी में समाजवादी छात्रसभा पर भी जेएनयू जैसे हमले हुए थे। सरकार और पुलिस को सब पता है कि जेएनयू में हुए हमलों के पीछे कौन थे? ये किसके षडयंत्र से हुए? इसकी जांच होनी चाहिए और इन लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
वहीं, नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन के दौरान हुए दंगों पर अखिलेश ने कहा कि सभी जानते हैं कि दंगों से किसे फायदा होता है? यूपी में अगर दंगे हुए तो इसके लिए सरकार जिम्मेदार है। 25 से ज्यादा लोगों की जान चली गई। भाजपा लोगों को भटकाना जानती है। वो झूठ बोलते हैं और ये दंगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कुर्सी बचाने के लिए करवाए जा रहे हैं। जिससे जरूरी मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाया जा सके।