उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई करीब 63 लोगों की मौत का मामला बड़ी त्रासदी में तब्दील हो गया है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, इनसेफेलाइटिस (दिमागी बुखार) से जूझ रहे 11 साल के एक और बच्चे की मौत हो गई है. जिससे मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 63 हो गई है. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, गोरखपुर के बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में पिछले पांच दिनों 60 बच्चों की मौत हुई है.
#FLASH: 11 year old suffering from Encephalitis passes away, taking death toll at #Gorakhpur’s BRD Medical College to 63. pic.twitter.com/6MSbAhpsDX
— ANI UP (@ANINewsUP) August 12, 2017
इससे पहले अस्पताल में हुई इन मौतों की खबर सामने आते ही सूबे के शासन प्रशासन में हड़कंप मच गया. सरकार से लेकर प्रशासनिक अधिकारी इस खबर पर सफाई देते नजर आए. असल में गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 10 अगस्त की शाम से लिक्विड ऑक्सीजन की सप्लाई बाधित हो गई थी. इससे पूरे अस्पताल में मौजूद मरीजों को दिक्कत का सामना करना पड़ा.
News18 India के पास ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी का वो पत्र है जो उन्होंने एक अगस्त को लिखा था. इस पत्र में साफ तौर पर बकाए के भुगतान की बात लिखी गई है. करीब 64 लाख रुपए के बकाए के भुगतान के संबध में लिखे गए इस पत्र में कंपनी साफ तौर पर कह रही है कि भुगतान न होने पर वह गैस की सप्लाई नहीं कर पाएगी.
इसके अलावा मेडिकल कॉलेज में लिक्विड ऑक्सीजन की कमी के बारे में बनी रिपोर्ट भी साफ तौर पर बता रही है कि अस्पताल में 10 अगस्त को शाम साढ़े सात बजे ऑक्सीजन का प्रेशर लो होने लगा. ऑक्सीजन प्रेशर लो होने के बाद रिजर्व रखे 52 सिलेंडर को लगाकर काम चलाया गया. फैजाबाद से रात डेढ़ बजे 50 सिलेंडर अस्पताल पहुंचे. फैजाबाद से ही सुबह साढ़े आठ बजे सिलेंडर फिर से अस्पताल में मंगाए गए.