वाराणसी के बेनिया-सरायहड़हा मार्ग स्थित राम सिंह अखाड़ा के पास बुधवार को खुद को पुलिसकर्मी बताकर चेकिंग के बहाने दो उचक्कों ने आजमगढ़ निवासी दूकानदार पवन कुमार बरनवाल का एक लाख 60 हजार रुपया उड़ा दिया। भुक्तभोगी जब खरीदारी करने पहुंचा और बैग से रुपये गायब पाया तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई।
सौ नंबर पर सूचना देने पर पहुंची पुलिस ने मौका मुआयना कर चेकिंग शुरू कराई लेकिन उचक्के पकड़े नहीं जा सके।
आजमगढ़ के अहरौला निवासी जनरल स्टोर संचालक पवन महमूरगंज स्थित अपनी रिश्तेदारी के वैवाहिक आयोजन में शामिल होने आए थे। बुधवार की रात सवा सात बजे के लगभग पवन अपनी बाइक से बेनिया से सरायहड़हा की ओर खरीदारी करने जा रहे थे।
पवन ने पैंट की अंदर वाली जेब में एक लाख 60 हजार रुपया रखा हुआ था। पवन ने बताया कि राम सिंह अखाड़े के पास दो लोग सादे कपड़ों में ही उन्हें रोके और खुद को पुलिस बताए। बताए कि आगे लूट हुई है इसलिए चेकिंग की जा रही है।
आजमगढ़ के अहरौला निवासी जनरल स्टोर संचालक पवन महमूरगंज स्थित अपनी रिश्तेदारी के वैवाहिक आयोजन में शामिल होने आए थे। बुधवार की रात सवा सात बजे के लगभग पवन अपनी बाइक से बेनिया से सरायहड़हा की ओर खरीदारी करने जा रहे थे।
पवन ने पैंट की अंदर वाली जेब में एक लाख 60 हजार रुपया रखा हुआ था। पवन ने बताया कि राम सिंह अखाड़े के पास दो लोग सादे कपड़ों में ही उन्हें रोके और खुद को पुलिस बताए। बताए कि आगे लूट हुई है इसलिए चेकिंग की जा रही है।
इसी दौरान सरायहड़हा की ओर से एक बाइक सवार आया तो उसे दोनों ने चेक किया, उसका रुपया निकलवाया और फिर जाने दिया तो उन्हें विश्वास हो गया कि दोनों पुलिसकर्मी ही हैं। इसके बाद दोनों ने पवन की पीठ पर टंगा बैग, पर्स और पैंट के अंदर से रुपये निकलवाकर उनकी तलाशी ली।
कहा कि रुपये बैग में रख लो अभी आगे और भी चेकिंग होगी। इसके बाद दोनों ने नोटों को मुट्ठी में लेकर हाथ बैग में डाला और रुपये रखने की बात कहते हुए कहा कि जाओ। पवन सरायहड़हा स्थित दूकान पर सामान लेने पहुंचे और बैग देखे तो रुपये गायब थे।
वे भाग कर फिर राम सिंह अखाड़े के पास पहुंचे तो खुद को पुलिसकर्मी बताने वाले गायब थे। पवन की सूचना पर सीओ दशाश्वमेध सत्येंद्र तिवारी, क्राइम ब्रांच प्रभारी ओम नारायण सिंह और चौक व चेतगंज थाना प्रभारी पहुंच कर घटना की जानकारी लिए लेकिन उचक्कों का सुराग नहीं लग सका।