एमएसपी पर गेहूं की खरीद मंगलवार को बंद होने के बाद बुधवार को दोपहर में किसानों ने गेहूं से लदे वाहनों के साथ नवीन मंडी स्थल से कलेक्ट्रेट की ओर पूछ कर दिया। भारी संख्या में पुलिस ने बैरिकेडिंग कर महावीर चौक पर किसानों के वाहनों को रोका तो उन्होंने वहीं पर यातायात जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। लगभग 5 घंटे तक किसानों और प्रशासन में वार्ता होती रही लेकिन लखनऊ से पोर्टल बंद होने के कारण प्रशासन ने किसानों के गेहूं की खरीद में असमर्थता जता दी।
गेहूं खरीद के लिए वैसे तो 15 जून तक की समय सीमा रखी गई थी लेकिन किसानों के पास गेहूं बचा होने के कारण मुजफ्फरनगर और खतौली मंडी के क्रय केंद्रों पर 22 जून तक खरीद की तिथि बढ़ा दी गई थी।
22 जून को नवीन मंडी स्थल पर बने पीसीएफ और मार्केटिंग के दो गेहूं खरीद केंद्रों पर भारी संख्या में किसान अपने गेहूं लेकर पहुंच गए थे। मंगलवार को भी खरीद केंद्रों पर हंगामा हुआ था लेकिन देर शाम तक कॉल करने के बाद खरीद बंद कर दी गई इससे लगभग 20 किसानों का 500 कुंतल से अधिक गेहूं बिना खरीदे रह गया।
बुधवार को दोपहर में किसानों ने अपने गेहूं से लदे वाहनों के साथ कलेक्ट्रेट की ओर कूच कर दिया इससे प्रशासन में हड़कंप मच गया। पुलिस ने महावीर चौक पर बैरिकेडिंग कर किसानों के वाहनों को रोक दिया उसके बाद किसान नेता विशाल बोपाडा बलविंदर खोखर अंकित मलिक अंकित राठी आदि काफी संख्या में किसान महावीर चौक पर ही धरने पर बैठ गए और गेहूं की खरीद करने की मांग की।
एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय सिटी मजिस्ट्रेट अभिषेक सिंह जिला खाद्य विपणन अधिकारी कमलेश सिंह एसडीएम सदर दीपक कुमार सीओ सिटी कुलदीप सिंह समेत काफी पुलिस बल वहां पहुंच गया।
लगभग 3 घंटे बाद किसानों और प्रशासन के बीच वार्ता शुरू हुई जिला खरीद अधिकारी एडीएम वित्त आलोक कुमार ने शासन स्तर पर भी लखनऊ बात की लेकिन पोर्टल बंद होने के कारण गेहूं खरीद में असमर्थता जताई गई।
इसके बाद प्रशासन ने किसानों को आश्वस्त किया कि उनके नाम लिखकर शासन को भेजे जा रहे हैं यदि वहां से अनुमति आई तो उन्हें बुलाकर गेहूं खरीदा जाएगा लगभग 5 घंटे के प्रदर्शन के बाद प्रशासन किसानों को मनाने में सफल रहा और यातायात खुल पाया।