शुक्रवार को दिन में तेज धूप रही, लेकिन शाम को मौसम बादला। 63 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज आंधी आई, जिसमें सड़क किनारे लगे होर्डिंग और पेड़ उखड़ कर टूट गए। धूल भरी तेज आंधी के कारण जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया, उसके तुरंत बाद तेज बारिश शुरू हो गई। महज 20 मिनट तक बारिश हुई, लेकिन सुल्तानगंज फ्लाईओवर के पास और नेशनल हाईवे पर सिकंदरा, गुरु का ताल समेत कई जगह जलभराव हो गया।
शुक्रवार को अधिकतम तापमान 39.3 डिग्री रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 22.6 डिग्री दर्ज किया गया। दिन में पारा सामान्य से 3 डिग्री नीचे था तो रात में यह एक डिग्री कम रहा। शुक्रवार शाम को 20 मिनट में ही 8 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। बारिश के कारण लोगों को गर्मी से निजात मिली और मौसम खुशनुमा हो गया।
हालांकि आंधी और बरसात के बीच ताजनगरी में बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई जो बारिश के बाद धीमे धीमे अलग-अलग इलाकों में चालू कर दी गई। मौसम विभाग के पूर्वानुमान केंद्र के मुताबिक अगले दो दिनों में तापमान 42 डिग्री तक पहुंच सकता है। दिन और रात के तापमान में इजाफा हो सकता है।
आंधी-बारिश से उखड़े टेंट, टूटे खंभे
बरहन और फतेहपुर सीकरी क्षेत्र में शुक्रवार की शाम आंधी के साथ बारिश हुई। सीकरी में ओले भी गिरे। तेज हवाओं से शादियों के आयोजन के लिए लगाए गए टेंट उखड़ गए। वहीं पेड़, बिजली के खंभे टूट गए। इससे बरहन समेत आसपास के कई गांवों की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। अहारन, बरहन, आंवलखेड़ा, खांडा, कनराऊ आदि में पेड़ों के टूटकर गिरने से करीब घंटेभर तक जलेसर मार्ग बाधित रहा।