मणप्पुरम फाइनेंस एंड गोल्ड लोन कंपनी में शनिवार को दिनदहाड़े साढ़े नौ करोड़ की डकैती डालने वाले बदमाश 20 दिन से रेकी कर रहे थे। सरगना फिरोजाबाद का हिस्ट्रीशीटर नरेन्द्र उर्फ लाला और मारे गए मनीष पांडेय ने बारी-बारी से कंपनी के ऑफिस की रेकी की। रेकी के बाद सुनियाजित तरीके से वारदात को अंजाम दिया गया। लुटेरों ने पहले ही तय कर रखा था कि वारदात के बाद अलग-अलग दिशाओं में भागेंगे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुनिराज जी ने बताया कि डकैती की वारदात में पांच लोग शामिल थे। गैंग सरगना नरेन्द्र उर्फ लाला, मनीष पांडेय, निर्दोष प्रजापति व दो अन्य हैं। वारदात के बाद मनीष और निर्दोष फिरोजाबाद की तरफ बाइक से भागे थे। कंपनी के ऑफिस से भागते समय बदमाश कर्मचारियों का मोबाइल भी साथ ले गए थे। उसकी लोकेशन के आधार पर ही पुलिस ने एत्मादपुर में दोनों को पकड़ा था। मुठभेड़ में दोनों मारे गए। एसएसपी ने बताया कि कंपनी अधिकारियों से बात करने के बाद पता चला कि लुटेरे साढ़े 15 किलो सोना लूट कर ले गए थे। जिस समय वारदात हुई, उस समय कंपनी की तिजोरी में 19 किलो सोना रखा था। बाद में साढ़े तीन किलो सोना तिजोरी में ही मिला। मारे गए बदमाशों से पुलिस ने साढ़े सात किलो सोना और लूटी गई नकदी में से 1.62 लाख रुपया बरामद कर लिया है। साथ ही दोनों लुटेरों से पुलिस ने बैग में रखी पिस्टल, जिंदा कारतूस और कुछ कपड़े बरामद किए हैं। कंपनी ने पुलिस को पूरा ब्यौरा उपलब्ध करा दिया है
28 जून से शुरू की रेकी
एसएसपी ने बताया कि लुटेरों ने 28 जून से कंपनी कमलानगर सेंट्रल बैंक रोड़ स्थित ऑफिस की रेकी शुरू की थी। कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरों से पुलिस को यह सुराग हाथ लगा है। सीसीटीवी में नरेन्द्र और मनीष बाइक पर ऑफिस के आसपास मंडराते कई बार नजर आए हैं। लुटेरों ने वारदात के लिए दोपहर का वक्त इसलिए चुना क्योंकि उस समय ग्राहकों की संख्या कम होती है।