अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने दानिश सिद्दीकी के परिवार से बातचीत की है। पुलित्जर पुरस्कार विजेता भारतीय फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी की अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा 16 जुलाई को हत्या कर दी गई थी। दानिश 18 जुलाई को जामिया मिल्लिया इस्लामिया, दिल्ली के कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किए गए थे।
राष्ट्रपति गनी ने क्या कहा है?
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के स्पेशल सेक्रेटरी अज़ीज़ अमीन ने जानकारी दी है कि राष्ट्रपति गनी ने 22 जुलाई की दोपहर दानिश सिद्दीकी के पिता से बातचीत की है। राष्ट्रपति गनी ने दानिश की मौत पर उनके परिवार, दोस्तों और सहयोगियों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। राष्ट्रपति ने दानिश के निधन को पत्रकारिता जगत के लिए एक बड़ी क्षति बताया है।
इससे पहले अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने दानिश की हत्या के बाद बताया था कि दानिश के मारे जाने की चौंकाने वाली रिपोर्ट से उन्हें गहरा दुख हुआ है। भारतीय विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला ने भी दानिश की हत्या की निंदा की थी। उन्होंने दानिश के परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की थी।
कौन थे दानिश?
पुलित्जर पुरस्कार विजेता फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी ने एक टीवी न्यूज़ संवाददाता के रूप में अपना करियर शुरू किया था और बाद में उन्होंने फोटोजर्नलिज्म में अपना करियर बनाया। वह न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के साथ काम कर रहे थे।
अपनी मौत से कुछ दिनों पहले दानिश अफगानिस्तान पहुंचे थे। वह वहां कंधार के इलाके में अफगानिस्तान और तालिबान के बीच बढ़ते तनाव की स्थिति को कवर कर रहे थे। इस बात की जानकारी उन्होंने ट्वीट करके दी थी। दानिश सिद्दीकी की आखिरी स्टोरी एक ऐसे मिशन को लेकर थी जिसमें अफगानिस्तान के कमांडो कंधार के बाहरी इलाके में तालिबान विद्रोहियों द्वारा फंसे एक घायल पुलिसकर्मी को निकालने की कोशिश कर रहे थे। इसी प्रोजेक्ट पर काम करने के दौरान तालिबान द्वारा उनकी हत्या कर दी गई थी।