नई दिल्ली। कोरोना वायरस की जंग के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो संदेश के जरिए सभी देशवासियों का इस महामारी से एकजुट होकर लड़ने के लिए धन्यवाद किया। आपको बता दें कि 24 मार्च को पीएम ने कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए देश में लॉकडाउन की घोषणा की थी। इसके अलावा उन्होंने देशवासियों से सहयोग भी मांगा था। अब जबकि इस लॉकडाउन को दस दिन हो गए हैं तो एक बार फिर पीएम ने लोगों से रूबरू होकर कुछ और खास बातें कहीं।
- अपने छोटे लेकिन अहम वीडियो संदेश में उन्होंने जनता कर्फ्यू में सहयोग के लिए लोगों को धन्यवाद कहा। उन्होंने कहा कि उस दिन देशभर में तालियों, घंटियों और थाली की आवाज आज पूरी दुनिया में सुनाई दे रही है। दुनिया के दूसरे देश भी इस अनूठे प्रयोग को अपने यहां पर कर उन लोगों का धन्यवाद अदा कर रहे हैं जो इस मुश्किल दौर में दूसरों की मदद कर रहे हैं।
- पीएम मोदी ने कहा कि इस जनता कर्फ्यू ने पूरी दुनिया को देश की उस सामूहिक शक्ति का अहसास कराया है जिसके द्वारा इस महामरी के खिलाफ जंग को जीता जा सकता है। समय-समय पर इस शक्ति को खुदको और दुनिया को जताना जरूरी होता है।
- उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद अब जब करोड़ों लोग घरों में हैं तो उनमें से कुछ को लग सकता है कि वो अकेला क्या करेगा। इतनी बड़ी लड़ाई से अकेले कैसे लड़ सकेंगे। कितने दिन ऐसे और काटने पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि ऐसा समझने की भूल न करें। हम अपने घरों में जरूर हैं लेकिन कोई अकेला नहीं है। 130 करोड़ लोगों की शक्ति हर किसी के साथ जुड़ी है।
- भारत में जनता को इश्वर का रूप माना जाता है। कोरोना वायरस के खिलाफ इस लड़ाई में ये जरूरी है हमें अपनी एकजुट रहने की विशाल ताकत का साक्षात्कार हो। इसी साक्षात्कार से हमें इस जंग से जीतने की शक्ति भी मिलेगी।
- कोरोना और अंधकार के बीच प्रकाश को जलाए रखना है। जो इससे सबसे अधिक प्रभावित हैं उन्हें उजाले की तरफ ले जाना है। कोरोना की वजह से जो अंधकार पैदा हुआ है हमें उसको खत्म करना है। इसको पराजित करने के लिए हमें प्रकाश को चारों दिशाओं में फैलाना है। हम सभी को मिलकर इस संकट को चुनौती देनी है और दुश्मन को प्रकाश की ताकत का अहसास कराना है।
- 5 अप्रैल को सभी देशवासी एक बार फिर से अपनी एकजुटता का परिचय देंगे और दुनिया के सामने एक मिसाल पेश करेंगे।
- 5 अप्रैल की रात 9 बजे नौ मिनट के लिए घर की सभी लाइटें बंद कर अपने दरवाजे या बालकनी में नौ मिनट के लिए मोमबत्ती, दीप या माबइल टॉर्च जलाएं। जब हर व्यक्ति ऐसा करेगा तो इस उजाले की शक्ति का अहसा हर किसी को होगा। इस उजाले से हमें ये संकल्प और शक्ति मिलेगी कि इस जंग में हम अकेले नहीं हैं।
- पीएम मोदी ने कहा कि ध्यान रहे कि इस आयोजन के समय कहीं भी भीड़ इकट्ठी नहीं करनी है। इसको सिर्फ अपने घर के दरवाजे या बालकनी से ही करना है। इस दौरान सोशल डिसटेंसिंग की लक्ष्मण रेखा को पार नहीं करना है। कोरोना की चेन तोड़ने का यही एक इलाज है।
- उन्होंने कहा कि 5 अप्रैल को कुछ पल अकेले बैठकर मां भारती का स्मरण करें। 130 करोड़ देशवासियों की शक्ति का अहसास करें जो हमें इस लड़ाई से लड़ने की शक्ति देगा।
- हमारे उत्साह से बढ़कर दुनिया में कोई और दूसरी चीज नहीं है। ऐसा कुछ नहीं है जो हम अपनी इस ताकत से हासिल न कर सकें। साथ आएं कोरोना को हराकर भारत को विजयी बनाएं।