विदेश मंत्रालय ने पासपोर्ट बनवाने की प्रक्रिया को बनाया आसान

शाश्वत तिवारी। विदेश मंत्रालय की ओर से देश के आम लोगों को पासपोर्ट मुहैया कराने की प्रक्रिया को लगातार सरल बनाने का प्रयास जारी है। इसी क्रम में मंत्रालय ने अब उत्तर प्रदेश के कुशीनगर वासियों को पासपोर्ट सेवा केंद्र के रूप में बड़ी सौगात दी है। विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने बुधवार को यहां देश के 450वें डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीओपीएसके) का शुभारंभ किया।
अभी तक कुशीनगर एवं आसपास के जिले के लोग पासपोर्ट के आवेदन के बाद अपने अभिलेखों के सत्यापन के लिए गोरखपुर जाया करते थे, जिससे उनका समय और पैसा दोनों ही बर्बाद होता था, मगर अब ऐसी दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा और अब जिले में ही ये सुविधा मिलेंगी। इस पीओपीएसके का उद्घाटन ग्रामीण क्षेत्रों में पासपोर्ट पहुंच को बढ़ाने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुशासन के दृष्टिकोण को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। पिछले कुछ वर्षों के दौरान विदेश मंत्रालय ने इस दिशा में काफी काम किया है। एम-पासपोर्ट सेवा ऐप और डिजिलॉकर की सुविधा ने भी पूरी प्रक्रिया को सरल एवं सहज बनाया है।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा पीओपीएसके पहल विदेश मंत्रालय और डाक विभाग के बीच एक सहयोग है, जिसका उद्देश्य पासपोर्ट सेवाओं को नागरिकों के और करीब लाना है। 37 पासपोर्ट कार्यालयों के अंतर्गत 450 पीओपीएसके और 93 पासपोर्ट सेवा केंद्रों के साथ अब देशभर में 543 पासपोर्ट सेवा केंद्रों का नेटवर्क है। यह उद्घाटन विदेश मंत्रालय के देश के प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में पासपोर्ट सेवा केंद्र स्थापित करने के उद्देश्य का प्रमाण है।
कुशीनगर वह भूमि है, जो इतिहास और आध्यात्मिकता से भरपूर है और जहां भगवान बुद्ध ने महापरिनिर्वाण प्राप्त किया था। इस केंद्र से सांस्कृतिक आदान-प्रदान और तीर्थयात्रा को बढ़ावा मिलेगा। कुशीनगर के किसान, मजदूर और छात्र अब आसानी से पासपोर्ट सेवाओं का लाभ ले सकेंगे। इस उद्घाटन समारोह में केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं संचार राज्य मंत्री डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी, राज्यसभा सांसद आरपीएन सिंह, सिद्धार्थ नगर के सांसद जगदंबिका पाल, देवरिया सांसद शशांक मणि, कुशीनगर के सांसद विजय दुबे और जिले के सभी विधायक उपस्थित रहे।

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