
बिहार विधानसभा चुनाव में मगध प्रमंडल को साधने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 नवंबर को औरंगाबाद में चुनावी रैली करेंगे। यह सभा देव मोड़ मैदान में होगी, जिसमें मगध क्षेत्र के पांच जिलों औरंगाबाद, अरवल, जहानाबाद, गया और नवादा की 26 विधानसभा सीटों को लक्ष्य बनाया गया है।
बिहार विधानसभा चुनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब मगध प्रमंडल की राजनीति को साधने की तैयारी में हैं। राजनीतिक रूप से बेहद अहम माने जाने वाले मगध क्षेत्र की 26 विधानसभा सीटों पर एनडीए का फोकस है। नवादा में सभा करने के बाद पीएम मोदी आगामी 7 नवंबर को औरंगाबाद आएंगे, जहां वे देव मोड़ मैदान में मगध प्रमंडल के एनडीए उम्मीदवारों के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर एनडीए गठबंधन के साथ-साथ शासन और प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं।
डीएम-एसपी ने लिया तैयारियों का जायजा
प्रधानमंत्री के आगमन से पहले औरंगाबाद के जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री और पुलिस अधीक्षक अंबरीष राहुल ने संयुक्त रूप से पुलिस लाइन मैदान में निर्माणाधीन हेलीपैड का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने हेलीपैड निर्माण कार्य की प्रगति, सुरक्षा व्यवस्था, बैरिकेडिंग, जन-समागम के मार्ग, पार्किंग और अन्य तैयारियों की बारीकी से समीक्षा की। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी कार्य निर्धारित मानकों और समय सीमा के भीतर पूरे किए जाएं ताकि प्रधानमंत्री के आगमन के दौरान सभी व्यवस्थाएं सुरक्षित और सुव्यवस्थित रहें।
मगध प्रमंडल के पांच जिलों की 26 सीटों पर नजर
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि प्रधानमंत्री की यह रैली मगध प्रमंडल की पांच जिलों औरंगाबाद, अरवल, जहानाबाद, गया और नवादा की कुल 26 विधानसभा सीटों को साधने के उद्देश्य से आयोजित की जा रही है। फिलहाल इन 26 सीटों में से 20 सीटों पर महागठबंधन का कब्जा है और औरंगाबाद की सभी छह सीटें भी विपक्ष के पाले में हैं। इसी वजह से पीएम मोदी की सभा औरंगाबाद में रखी गई है, ताकि एनडीए इन सीटों पर अपनी पकड़ मजबूत कर सके।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि पीएम मोदी की इस सभा का असर निश्चित रूप से पूरे मगध प्रमंडल पर पड़ेगा। एनडीए को यहां से सम्मानजनक और अपेक्षित सफलता मिलने की संभावना जताई जा रही है। इसी उद्देश्य से एनडीए के सभी पांच घटक दलों और उनके कार्यकर्ताओं ने पीएम मोदी के इस चुनावी कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रखा है।
 
				








