
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का चुनावी रण अब अपने चरम पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बीच तीखी बयानबाजी ने सियासी माहौल को और गरमा दिया है। बिहार के 7.43 करोड़ मतदाता 6 और 11 नवंबर को मतदान कर एनडीए और महागठबंधन की किस्मत तय करेंगे।
छपरा और मुजफ्फरपुर में पीएम मोदी के हमले
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छपरा में रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर बिहार के लोगों का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने 2022 में कहा था कि यूपी-बिहार के भइयों को पंजाब में नहीं आने देंगे और उस वक्त प्रियंका गांधी मंच पर मुस्कुरा रही थीं। मोदी ने कहा कांग्रेस और उनके सहयोगी दल बिहार का अपमान करते हैं और फिर यहां वोट मांगने आते हैं। यह बिहार के स्वाभिमान के खिलाफ साजिश है।
मुजफ्फरपुर में मोदी ने आरजेडी-कांग्रेस के शासन को कट्टा, क्रूरता, कटुता, कुशासन और करप्शन जैसे पांच शब्दों में परिभाषित किया। उन्होंने कहा कि बिहार के विकास में एनडीए सरकार ने वह काम किया है जो पहले किसी ने नहीं किया।
राहुल गांधी का पलटवार: बेरोजगारी और स्वास्थ्य पर सवाल
राहुल गांधी ने शेखपुरा में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने बिहार के युवाओं को रोजगार देने में नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि बिहार के मेहनती युवाओं को रोजगार के लिए अन्य राज्यों में पलायन करना पड़ता है। गांधी ने सवाल किया जब बिहार के लोगों ने दुबई जैसा शहर खड़ा किया, तो बिहार में ही रोजगार क्यों नहीं मिल रहा? इलाज के लिए दिल्ली के एम्स क्यों जाना पड़ता है? बिहार को फिर से शिक्षा और उद्योग का केंद्र बनना चाहिए।
नालंदा में राहुल गांधी ने पीएम मोदी की विदेश नीति पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने अमेरिका से डरे बिना 1971 में युद्ध जीता, लेकिन नरेंद्र मोदी में वह हिम्मत नहीं है कि वे अमेरिका के राष्ट्रपति को झूठा कह सकें।
शाह और नड्डा ने साधा विपक्ष पर निशाना
गृहमंत्री अमित शाह ने लखीसराय में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर “चार आने का भी भ्रष्टाचार” का आरोप नहीं लगा, जबकि आरजेडी-कांग्रेस का शासन घोटालों और ‘जंगलराज’ से भरा रहा है। बीजेपी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कहा कि बिहार अब बुरे दिन से निकलकर अच्छे दिन की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा 2005 से पहले बिहार अंधेरे में था, अब विकास के रास्ते पर है। प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार की जोड़ी ने बिहार को बिमारू राज्य से उभरते भारत के केंद्र में ला दिया है।
दो चरणों में होगा मतदान, 14 नवंबर को नतीजे
बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर दो चरणों में मतदान होगा- पहला चरण 6 नवंबर और दूसरा चरण 11 नवंबर को। नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। एनडीए में भाजपा, जेडीयू, एलजेपी (रामविलास), हम (सेक्युलर) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं। वहीं, महागठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस, सीपीआई-एमएल, सीपीआई, सीपीएम और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) शामिल हैं।
 
				








