
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भागलपुर में चुनावी सभा की। सोमवार दोपहर कहलगांव के गोराडीह प्रखण्ड में उत्क्रमित उच्च विद्यालय मैदान, मुक्तापुर में जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के प्रत्याशियों के लिए वोट मांगे। सीएम नीतीश कुमार ने कहा लालू-राबड़ी पर हमला बोलते हुए कहा कि 15 साल की सरकार में इनलोगों ने कोई काम नहीं किया। जब खुद मुख्यमंत्री पद से हटे तो अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बना देना। उन्होंने लालू प्रसाद का नाम लिए बिना कहा कि उन्होंने केवल अपने परिवार के लिए काम किया है। बाकी बिहारवासियों के लिए कोई काम नहीं किया। उन्होंने दावा किया एनडीए सरकार ने हर वर्ग के लिए समान रूप से काम किया है। चाहे हिंदू हों या मुस्लिम, सवर्ण, पिछड़े, अति-पिछड़े, दलित या महादलित सबके विकास के लिए काम हुआ है।
सीएम नीतीश बोले- 2005 से पहले कानूनी व्यवस्था खराब
सीएम नीतीश यहीं नहीं रुके, उन्होंने 2005 से पहले की सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पहले की सरकार में कानून व्यवस्था इतनी खराब थी कि शाम होते ही लोग घरों में सिमट जाते थे, लेकिन अब हालात पूरी तरह बदल गए हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने प्रदेश में कई नए स्कूल खुलवाए हैं, और बिहार लोक सेवा आयोग के माध्यम से 2,58,000 शिक्षकों की भर्ती कराई गई है। साथ ही छात्रों को पोशाक व साइकिल योजना की सुविधा भी दी जा रही है। इसके अलावा, सीएम नीतीश कुमार ने महिला आरक्षण, रोजगार, सात निश्चय योजना लाने की भी बात कही।
स्वास्थ्य केंद्रों में मुफ्त दवा और इलाज की सुविधा शुरू की गई
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि 2005 के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में मुफ्त दवा और इलाज की सुविधा शुरू की गई। जोकि गरीबों के काफी हित में सरकार ने काम किया है। जिससे अब हर महीने औसतन 11,600 मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं, जबकि पहले यहां नाम मात्र के मरीज आते थे। उन्होंने दावा किया कि इन कदमों से बिहार की शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था कहीं बेहतर हुई है। बिहार में सड़कों की हालत काफी बदहाल थी। जिसे सरकार ने लोगों के घर तक और अच्छी सड़क की व्यवस्था कराई। इसके अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में पेयजल की काफी समस्या थी। नल जल योजना के तहत हर घरों तक पेयजल की व्यवस्था की गई।
मुफ्त बिजली, वृद्धा पेंशन समेत कई सौगात अब तक दिए
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार वासियों को 125 यूनिट मुफ्त बिजली, वृद्धावस्था पेंशन 400 के बढ़कर ₹1100 दिए जा रहे हैं। व्यवसाय के लिए करीब-करीब हर महिलाओं को जीविका के माध्यम से ₹10000 उनके खाते में सीधे दिया गया। बिहार के लगभग जिलों में उद्योग धंधे की व्यवस्था की गई। लेकिन, पूर्व की सरकार में बिहार में ही बिहारवासी सुरक्षित नहीं थे। शाम होते ही महिलाएं घर से बाहर निकलना अपने आप को सुरक्षित नहीं समझती थी। लेकिन हमारी सरकार ने महिलाओं के लिए 35 फीसदी आरक्षण दिया। महिलाएं मार्केट हो या बाजार हर वक्त अपने काम धंधे के लिए आराम से आती और जाती हैं। बिहार राज्य विकास की पटरी पर है। हमारी सरकार फिर बनते हैं बिहार लगातार विकास की ऊंचाइयों को छूएगी।



