कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन ने डीआरसीसी में एक बार फिर कंट्रोल रूम को सक्रिय कर दिया है। यहां पांच डॉक्टरों की शिफ्ट में तैनाती की गई है, जबकि रोस्टरवार नौ कर्मचारी कार्यरत हैं। कंट्रोल रूम ने डीएम से कुछ और कर्मचारियों की तैनाती की मांग की है। होली पर प्रवासी मजदूरों के बिहार आगमन को देखते हुए जिला प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। कंट्रोल रूम चौबीस घंटे काम कर रहा है, जहां कोरोना वायरस से संबंधित प्रशासन द्वारा किए गए उपायों के बारे में जानकारी ली जा सकती है। मसलन कहां-कहां आइसोलेशन सेंटर बनाए गए हैं। वैक्सीन किन-किन अस्पतालों में उपलब्ध है। वैक्सीन लेने के लिए क्या-क्या करना होगा। किसी को यदि बीमारी हो जाती है तो वह कंट्रोल रूम से उपचार संबंधित मदद ले सकता है।
कंट्रोल रूम में इन नंबरों पर दें सूचना
जिला प्रशासन ने कोरोना वायरस से नियंत्रण के लिए जो कंट्रोल रूम बनाया है उसके लिए चार नंबर जारी किया गया है। इसमें तीन लैंड लाइन नंबर है जबकि एक टोल फ्री नंबर है, जिस पर लोग संपर्क कर सकते हैं। जो नंबर जारी किए गए हैं, उसमें 0612-2219090 , 2219055, 2249964 के अलावा एक टोल फ्री नंबर भी है, जिसका नंबर 18223456019 है।
क्या है कंट्रोल रूम का काम
कोरोना वायरस से संक्रमित यदि कोई मरीज है और उसे एंबुलेंस नहीं मिल रही है तो वह कंट्रोल रूम में संपर्क कर सकता है। इसके अलावा आइसोलेशन सेंटर के बारे में जानकारी देना तथा वहां मरीजों को भर्ती कराने की भी जिम्मेवारी दी गई है। बुजुर्ग, लाचार या घायल संक्रमित मरीज जो अपने से अस्पताल नहीं आ सकते हैं, उसके लिए एंबुलेंस की व्यवस्था करनी है। यदि किसी कोरोना मरीज की मौत हो जाती है तो उसे मर्चरी वैन उपलब्ध कराना तथा दाह संस्कार की व्यवस्था करनी है। जिस इलाके में कोरोना का प्रकोप अधिक हो रहा है वहां सेनेटाइजेशन करा है। जांच केंद्र पर सुविधा सुनिश्चित करना भी कंट्रोल रूम की जिम्मेवारी है।