
दिल्ली धमाके के तार कश्मीर से जुड़ने के इनपुट मिलने के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बुधवार को प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी से जुड़े 300 से अधिक ठिकानों पर व्यापक छापे मारे। यह कार्रवाई अनंतनाग, शोपियां, पुलवामा, बारामुला, सोपोर और बडगाम समेत कश्मीर के अन्य हिस्सों में एक साथ की गई। इस दाैरान जमात से जुड़े सदस्यों व सहयोगियों के घरों और परिसरों को खंगाला गया। कई को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया।
अधिकारियों के अनुसार ये छापे खुफिया जानकारी के आधार पर मारे गए हैं। पता चला था कि जमात से जुड़े सदस्य गुप्त माध्यमों और अन्य तरीकों से अपनी गतिविधियों को फिर से शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं। जांच के दाैरान पुलिस ने आपत्तिजनक सामग्री, दस्तावेज, डिजिटल उपकरण और प्रतिबंधित संगठन से जुड़ी किताबें बरामद की हैं।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि ये कार्रवाई जमात की गतिविधियों और उसके वित्त पोषण की चल रही जांच के सिलसिले में हुई है। अधिकारी ने बताया कि कई संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है ताकि गैरकानूनी और विध्वंसक गतिविधियों में उनकी संलिप्तता का पता लगाया जा सके।
बारामुला : बारामुला के सोपोर में जमात के 30 से ज्यादा ठिकानों पर छापे मारे गए। सोपोर, जैंगीर और राफियाबाद में तलाशी शुरू की गई। यहां से कई सबूत जांच के लिए उठाए गए हैं। जमात के कई सदस्यों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अनंतनाग जिले में भी जमात के सदस्यों और उनके सहयोगियों के आवासीय परिसरों व अन्य स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया।
एक और डॉक्टर हिरासत में लिया गया
बांदीपोरा : बांदीपोरा जिले में सोइबुग, मगाम, खानसाहिब, बीरवाह, चाडूरा और चरार-ए-शरीफ इलाकों में जमात के सदस्यों और उनके सहयोगियों के कई घरों और परिसरों पर छापे मारे गए। शोपियां में भी दस्तावेज और डिजिटल उपकरणों सहित आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई।
कुलगाम जिले में पुलिस ने सबसे अधिक 200 से ज्यादा जगहों पर छापे मारे। आपत्तिजनक सामग्री और डिजिटल उपकरण जब्त करने के साथ जमात-ए-इस्लामी कई सदस्यों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इससे पहले पिछले चार दिनों में जिले के विभिन्न इलाकों में ओजीडब्ल्यू, जेकेएनओपीएस, पूर्व में मुठभेड़ों वाले स्थानों और सक्रिय और मारे गए आतंकवादियों के ठिकानों पर 400 घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाए गए हैं। इन अभियानों में जेकेएनओपीएस और अन्य प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े लगभग 500 लोगों से पूछताछ की गई है। इनमें से कई को निवारक कानूनों के तहत जिला जेल मट्टन भेजा गया है।



