न्यूयॉर्क| काफी अरसे से प्रकाशित हो रहे भारतीय-अमेरिकी समाचार पत्र ‘इंडिया अब्रॉड’ को रेडिफ ने ‘8के माइल्स मीडिया’ को बेच दिया है। 8के माइल्स मीडिया कंपनी अमेरिका के सिलिकॉन वैली से एक तमिल पत्रिका निकालने के साथ ही बहुभाषी रेडियो सेवा भी संचालित करती है। सौदे की रकम के बारे में कोई जानकारी दिए बिना रेडिफ मैनेजमेंट के संपादकों ने अपने नवीनतम संस्करण में एक विदाई नोट में लिखा, “रेडिफ डॉट कॉम ने इंडिया अब्रॉड की कमान 8के माइल्स मीडिया को सौंप दी है।” निखिल लक्ष्मण इस समाचार पत्र के एडिटर-इन-चीफ जबकि आजीज हनिफा संपादक थे।
न्यूयॉर्क में प्रकाशित होने वाले ‘न्यूज इंडिया टाइम्स’ नामक साप्ताहिक समाचार पत्र के पूर्व संपादक सुनील एडम 8के मीडिया मैनेजमेंट के तहत इंडिया अब्रॉड के संपादक का पद संभालेंगे। समाचार पत्र को रेडिफ डॉट कॉम द्वारा खरीदे जाने से पहले सुनील एडम इस समाचार पत्र के लिए काम कर चुके हैं।
इंडिया अब्रॉड समाचार पत्र की स्थापना सन् 1970 में भारतीय-अमेरिकी मीडिया उद्यमी व प्रकाशक दिवंगत गोपाल राजू द्वारा की गई थी और यह विदेशों में बसे भारतीयों, भारत-अमेरिका के बीच के घटनाक्रमों तथा भारतीय-अमेरिकी लोगों से संबंधित खबरों का एक स्वतंत्र अमेरिकी इतिहासकार बनकर उभरा था। न्यूयॉर्क के अलावा, इसके संस्करण कनाडा तथा ब्रिटेन में भी छपते थे।
राजू ने समाचार पत्र को साल 2001 में रेडिफ को बेच दिया। एक समय में इस समाचार पत्र की 60,000 प्रतियां बंटती थीं, लेकिन समय के साथ इसमें गिरावट आती गई। अक्टूबर के डाक घोषणा के मुताबिक, इसका सर्कुलेशन 18,000 से भी कम पाया गया है। अमेरिका में इसके पूर्णकालिक कर्मचारी घटकर चार हो गए हैं, जबकि इसके ले-आउट का अधिकांश काम भारत में होता है।
गोपाल राजू के स्वामित्व तथा संपादकत्व में इंडिया अब्रॉड के पास अमेरिका, एशिया, यूरोप तथा अफ्रीका सहित दुनिया भर में पूर्णकालिक व अंशकालिक खबरनवीस थे और इसी मजबूती की बदौलत की स्थापना हुई, जिसे ‘इंडिया अब्रॉड न्यूज सर्विस’ कहा गया और सन् 1985 में इसकी शुरुआत की गई।
जब साप्ताहिक इंडिया अब्रॉड समाचार पत्र को रेडिफ को बेच दिया गया, तो का नाम बदलकर इंडो-एशियन न्यूज सर्विस कर दिया गया, जिसका मुख्यालय दिल्ली में स्थापित किया गया। यही संस्थान आज की तारीख में है, जो भारत की एक प्रमुख समाचार एजेंसी का रूप ले चुकी है।