Kisan Protest 2 Dec 2020: सरकार के साथ वार्ता में कोई समाधान नहीं निकलने के बाद दिल्ली में किसानों का धरना प्रदर्शन बुधवार को और तेज हो गया है। सिंधु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों की संख्या बढ़ गई है। किसानों की एक के बाद एक मीटिंग्स हो रही हैं, जिसमें आगे की रणनीति पर विचार किया जा रहा है। इस बीच, दिल्ली के कुछ रास्ते आम आवाजाही के लिए बंद कर दिए गए हैं। कुछ ट्रेनों को भी रद्द करना पड़ा है।(नीचे देखिए पूरी लिस्ट) सरकार ने पंजाब के 32 किसान संगठनों से कहा है कि वे अपनी आपत्तियां सिलसिलेवार ढंग से बताएं। किसान संगठन इसी पर मंथन कर रहे हैं। वहीं अधिकांश किसान सरकार के साथ हुई वार्ता से संतुष्ट नहीं हैं। खबर यह भी है कि अब मेवात के किसान भी आंदोलन के समर्थन में आ गए हैं। मेवात के किसानों का कहना है कि वे भी दिल्ली जाएंगे और उन्हें कोई रोक नहीं पाएगा।
आज दिल्ली के इन रास्तों पर जाने से बचें
- दिल्ली टीकरी बॉर्डर
- सिंघु दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर
- दिल्ली-नोएडा बॉर्डर
- झरोदा बॉर्डर
- झटीकरा बॉर्डर
- बाड़ूसराय बॉर्डर
- चिल्ला बॉर्डर
- नोएडा लिंक रोड
- नेशनल हाइवे-24
- डीएनडी
- नोएडा-दिल्ली चिल्ला रोड
- कालिंदी कुंज
रद्द की गईं ट्रेनों की लिस्ट
- अजमेर-अमृतसर एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन (09613)
- अमृतसर- अजमेर स्पेशल ट्रेन (09612)
- डिब्रूगढ़-अमृतसर एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन (05211)
- अमृतसर-डिब्रूगढ़ स्पेशल ट्रेन (05212)
शॉर्ट टर्मिनेटेड कई गईं ट्रेनों की लिस्ट
- भटिंडा-वाराणसी-भटिंडा एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन 04998/04997
- नांदेड- अमृतसर एक्सप्रेस ट्रेन 02715
- बांद्र टर्मिनस-अमृतसर एक्सप्रेस ट्रेन 02925
डायवर्ट की गईं ट्रेनों की लिस्ट
- अमृतसर-जयनगर एक्सप्रेस 04650/74
- दुर्ग-जम्मू तवी एक्सप्रेस 08215
- जम्मू तवी-दुर्ग एक्सप्रेस 08216
पहुंचने लगे शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी
इस बीच खबर है कि दिल्ली को हरियाणा से जोड़ने वाली सिंधु बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन का समर्थन करने शाहीन बाग के आंदोलनकारी भी पहुंच रहे हैं। पिछले दो दिनों से इसमें बढ़ोतरी हुई है। इन लोगों ने शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) व राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में महीनों तक सड़क जाम किया था। मंगलवार को भी सिंधु बॉर्डर पर शाहीन बाग आंदोलन से जुड़ी कनीज फातिमा, तदमीना, रश्मि समेत कई लोग पहुंचे और उन्होंने किसानों के साथ एकजुटता प्रदर्शित किया।
कनीज फातिमा का कहना है कि किसी मजबूरीवश शाहीन बाग आंदोलन को समाप्त करना पड़ा था। शाहीन बाग की दादी के नाम से चर्चित हुईं बिलकिस बानो भी यहां पहुंचीं। हालांकि पुलिस ने उन्हें धरना स्थल के कुछ दूर पहले ही रोक दिया।