
किसी भी कंपनी का शेयर खरीदने के लिए उसके आईपीओ (IPO) का इंतजार किया जाता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि आईपीओ आने से पहले ही अनलिस्टेड शेयरों को भी खरीदा जा सकता है। भारत में अनलिस्टेड कंपनियों में निवेश करना अब निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प बन गया है। अगर आप भी अनलिस्टेड कंपनियों में निवेश करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको कुछ खास बातों पर ध्यान देना होगा।
आशियाना फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ अनिरुद्ध गुप्ता ने अनलिस्टेड शेयरों में निवेश करने से पहले किन बातों का ख्याल रखना चाहिए, इस बारे में विस्तार से बताया है। आइये जानते हैं…
ग्रोथ पोटेंशियल
अनलिस्टेड कंपनियों में निवेश करने से पहले कंपनी का ग्रोथ पोटेंशियल देखें और इसका आकलन करने के लिए उस कंपनी का अतीत देखें। इससे आप कंपनी की ग्रोथ हिस्ट्री का अंदाजा लगा सकते हैं और जिसका भविष्य अच्छा दिखे, वहां निवेश कर सकते हैं।
मार्केट लीडर
अगर कंपनी किसी सेक्टर में मार्केट लीडर है तो आपके इन्वेस्टमेंट में ग्रोथ की संभावना अच्छी हो जाती है। बतौर निवेशक यह एक चीज ध्यान में रखना जरूरी है कि अगर कंपनी मार्केट लीडर नहीं है तो थोड़ा और विचार करना चाहिए।
फाइनेंशियल
कंपनी में निवेश करने से पहले जहां तक हो सके उसके फाइनेंशियल भी देख लें। इससे आपको कंपनी की आर्थिक हैसियत के बारे में पता चलेगा, और इससे रिटर्न मिलने की संभावना का पता भी चलता है।
वैल्युएशन
अगर किसी कंपनी का वैल्युएशन ज्यादा है तो उसे ग्रोथ के साथ जोड़कर देखें। अगर पीई रेशियो की रिलेटिव तरीके से तुलना करेंगे तो आसानी होगी। इसके अलावा, उसी सेक्टर की अन्य कंपनियों के वैल्युएशन भी देखें, जो लिस्टेड हैं, उससे सही वैल्युएशन का अंदाजा हो जाता है। जैसे- एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) लिस्टेड नहीं है लेकिन बीएसई लिस्टेड है तो उसकी सालाना रिपोर्ट देखकर आपको अंदाजा हो जाता है।
बता दें कि निवेशक, स्पेशल प्लेटफॉर्म या ब्रोकर्स के जरिए unlisted shares शेयरों को मौजूदा शेयरधारकों और प्राइवेट मार्केट ट्रांजेक्शन के जरिए खरीद सकते हैं।