बर्फीली हवाओं ने लोगों को कंपा दिया। गुरुवार को सुबह से लेकर रात तक लोग ठिठुरते रहे। पछुआ हवा की वजह से न्यूनतम तापमान घटकर 6.6 डिग्री हो गया। यह इस सीजन का सबसे ठंडा दिन दर्ज किया गया। मौसम विशेषज्ञ अभी तापमान में और गिरावट के आसार जता रहे हैं।
इस सर्दी में अब तक का सबसे ठंडा दिन 27 दिसंबर को दर्ज किया गया था। उस दिन तापमाने 7.4 डिग्री था। दूसरा ठंडा दिन सात जनवरी रहा, जब तापमान 7.5 डिग्री था। हालांकि बृहस्पतिवार की सुबह आकाश बिल्कुल साफ था, लेकिन तकरीबन 8 किलोमीटर की रफ्तार से चलने वाली सर्द पछुआ हवा ने तापमान में काफी कमी कर दी। सूरज निकलने के बावजूद कंपकंपाहट बनी रही। सूरज चढ़ने के साथ तापमान में भी बढ़ोतरी होती चली गई, लेकिन पश्चिम की ओर से चलने वाली बर्फीली हवाओं ने तापमान को सामान्य से 4 डिग्री कम ही रखा। अधिकतम तापमान करीब 18.8 डिग्री तक रहा।
मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडेय के अनुसार आर्द्रता 96 प्रतिशत रहने और पश्चिम की ओर से हवा चलने से तापमान में इतनी ज्यादा गिरावट आई। बृहस्पतिवार इस सीजन का सबसे ज्यादा ठंडा दिन रहा। उन्होेंने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के फिर सक्रिय होने से दो-तीन दिन में तापमान में और गिरावट आएगी।