एचडीएफसी बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) शशिधर जगदीशन ने शनिवार को कहा कि बैंक ने प्रौद्योगिकी से जुड़े भारतीय रिजर्व बैंक के 85 प्रतिशत निर्देशों का अनुपालन पूरा कर लिया है और नये क्रेडिट कार्ड जारी करने पर लगी रोक को हटाने को लेकर गेंद अब रिजर्व बैंक के पाले में है।
जगदीशन ने देश के निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक के कार्यकारी प्रमुख के तौर पर उसकी पहली वार्षिक आमसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रौद्योगिकी को लेकर जांच पूरी हो चुकी है और केंद्रीय बैंक अब बैंक के खिलाफ की गयी दंडात्मक कार्रवाई को हटाने के समय को लेकर “स्वतंत्र रूप से” विचार करेगा।
क्यों लगा था प्रतिबंध
गौरतलब है कि एचडीएफसी बैंक में प्रौद्योगिकी से जुड़ी खामियों के चलते रिजर्व बैंक ने दिसंबर, 2020 में ऋणदाता के खिलाफ अभूतपूर्व कार्रवाई करते हुए उसके द्वारा नये क्रेडिट कार्ड जारी करने पर रोक लगा दी थी। एचडीएफसी बैंक इस क्षेत्र में बाजार का अगुआ था। साथ ही बैंक पर किसी भी तरह की नयी डिजिटल पेशकश लाने पर भी रोक लगाई गई थी।
जगदीशन ने कहा, “हमने नियामक (रिजर्व बैंक) के परामर्शों एवं निर्देशों का पालन करते हुए प्रौद्योगिकी को लेकर की जा रही हमारी कार्रवाई के लिहाज से एक मिसाल पेश की है। इस समय तक हमने एक बड़ा हिस्सा पूरा कर लिया है। हमसे जो अपेक्षित था, उसका करीब 85 प्रतिशत हिस्सा पूरा कर लिया गया है।” उन्होंने कहा, “गेंद अब नियामक के पाले में है। वे जैसा ठीक समझेंगे, वे जैसे देखेंगे कि हम सही राह पर है, मुझे यकीन है कि एक समय, वे रोक को हटा लेंगे।”