400 ग्राम नकली सोना गिरवी रखकर महिला ने 7.50 लाख रुपये ले लिये। बाद में पता लगा कि सोना मिलावटी है। उसमें 15 प्रतिशत ही सोना बाकी कापर था। इसके बाद ज्वैलर्स ने किला पुलिस बुला ली। पुलिस ने महिला को पकड़ लिया। बुधवार रात से लेकर गुरुवार तक ज्वैलर्स और महिला के बीच पंचायत चलती रही। इसके बाद व्यापार मंडल और किला पुलिस ने उनमें समझौता करवा दिया है।
किला के साहूकारा में रहने वाले अंकुश ज्वेलर्स की दुकान पर बुधवार शाम को हापुड़ की रहने वाली शीना आई। महिला के पास 400 ग्राम सोने के जेवर थे। महिला ने सर्राफ से कहा कि उसे 7.5 लाख रुपये की जरूरत है। उसके पास 400 ग्राम सोना था। सर्राफ को सोना पसंद आ गया। उसने महिला को सोना गिरवी रखकर 7.50 लाख रुपये दे दिये। कुछ संदेह होने पर ज्वेलर्स ने सोने की जांच कराई। उसमें 15 प्रतिशत ही सोना निकला। इसके बाद मामले की सूचना किला पुलिस को दी गई। जिस पर इंस्पेक्टर किला पुलिस टीम के साथ पहुंच गये। महिला को पुलिस ने हिरासत में लिया गया। उसे किला थाने लाया गया। गुरुवार दोपहर तक दोनों में पंचायत चलती रही। किला पुलिस ने तहरीर देने के लिए कहा लेकिन ज्वेलर्स के पास गिरवी गांठ का लाइसेंस नहीं था। इस वजह से उसने तहरीर देने से इनकार कर दिया। इसके बाद किला पुलिस ने ज्वेलर्स और महिला में समझौता करवा दिया। इसके बाद पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया।
चोर चोर मौसेरे भाइयों का पुलिस ने कराया समझौता
किला के साहूकारा निवासी सर्राफ और महिला का किला पुलिस ने समझौता करा दिया। पुलिस के पास बहाना था कि ज्वैलर्स ने तहरीर नहीं मिली। सर्राफ के पास लाइसेंस नहीं था। इस वजह से कार्रवाई के डर से उसने तहरीर नहीं दी। महिला के पास नकली सोना था। इस वजह से दोनों लोगों ने आपस में समझौता कर मामले को रफा-दफा कर दिया। दोनों की मजबूरी का फायदा उठाकर किला पुलिस ने उनका समझौता करवा दिया।
जींस टाप और चश्मे के धोखे में पिछली बार लगाया 75 लाख का चूना
हापुड़ की रहने वाली शीना पिछली बार बरेली के सुनारों को 75 लाख रुपये का नकली सोना बेच गई थी। सुनारो ने जब सोना गलाया तो उसमें कापर निकला। नंबर दो का धंधा होने की वजह से किसी ने शिकायत नहीं की। बुधवार को भी वह इसी स्टाइल में सुनार के पास पहुंची। उसके कपडे़ और रंग ढंग देखकर सुनार भी गच्चा खा गया।
गिरवी का धंधा नहीं, 50 हजार दिये थे
ज्वैलर्स अंकुश अग्रवाल बोले मेरे पास गिरवी गांठ का लाइसेंस नहीं है। मैं ट्रेडिंग का काम करता हूं। मेरे एक पड़ोसी शीना को लेकर मेरे पास आये। कहा कि हापुड़ के काफी अच्छे घराने की हैं। इनका पर्स खो गया है। उसमें रुपये और एटीएम कार्ड थे। इन्हें कुछ रुपयों की जरूरत है। जिस पर मैंने उनके गले की चेन रखकर 50 हजार रुपये दे दिये थे। बाद में वह मेरे रुपये वापस कर अपनी चेन ले गईं। मिलावटी सोना गिरवी रखने की बात मेरी जानकारी में नहीं हैं।
महिला ने मिलावटी सोना गिरवी रखकर रुपये लिये थे। व्यापार मंडल वालों ने महिला और ज्वैलर्स में समझौता करवा दिया। महिला ने रुपये देकर सोना वापस ले लिया। किसी ने तहरीर नहीं दी।