गोरखपुर में लोगों को स्मार्ट मीटर की सुविधा रास नहीं आ रही है। स्मार्ट मीटर तेज चलने की शिकायत करने वाले 111 शहरवासियों ने बिजली नहीं इस्तेमाल करने का हवाला देकर अपना कनेक्शन पीडी (स्थाई विच्छेदन) कराकर परिसर से मीटर निकलवा दिया है। इनमे से ज्यादातर ने परिवार के दूसरे सदस्यों के नाम नया कनेक्शन ले लिया है। इतना ही नहीं करीब 148 उपभोक्ताओं ने पीडी कराए बिना ही सर्विस केबल खम्भें से कटवा दिया है। एलएण्डटी के माध्यम से इसकी जानकारी होने पर अफसरों के होश उड़ गए है। अबअधिकारी सभी मामलों की जांच कराने का हवाला दे रहे है। अगस्त-20 से स्मार्ट मीटर पर रोक के बाद नए कनेक्शन पर इलेक्ट्रानिक मीटर लगाए जा रहे हैं।
दरअसल महानगर के चारों वितरण खण्डो में 55 हजार से अधिक स्मार्ट बिजली मीटर लगाए जा चुके है। अगस्त-20 में अचानक पूरे प्रदेश के स्मार्ट बिजली मीटरों में खराबी आने के बाद पावर कारपोरेशन ने स्मार्ट मीटर पर रोक लगा दी। नए कनेक्शनों के अधिक आवेदन लम्बित होने पर कारपोरेशन ने इलेक्ट्रानिक मीटर लगाने के निर्देश दिए। उसी समय से नए कनेक्शनों पर इलेक्ट्रानिक मीटर लगाए जा रहे हैं। ज्यादातार उपभोक्ता स्मार्ट बिजली मीटर के तेज चलने की लगातार शिकायत करते रहते हैं। पिछले साल बिजली निगम ने उपभोक्ताओं से फीडबैक भी लिया। इनमें ज्यादातर ने स्मार्ट मीटर तेज चलने और अधिक बिल आने की शिकायत की। हालांकि बिजली निगम के अफसरों ने कई कनेक्शन पर चेक मीटर लगाने के बाद उपभोक्ताओं के आरोप को निराधार बताया । अफसरों ने बताया था कि स्मार्ट मीटर निर्धारित से ज्यादा क्षमता की बिजली का उपभोग होने पर खुद ही पेनाल्टी की भी गणना कर बिल में जोड़ देता है इसलिए बिल ज्यादा आता है। अफसर लगातार उपभोक्ताओं से कनेक्शन की क्षमता बढ़ाने की अपील करते रहते हैं।
148 ने खम्भे से सर्विस केबल कटवाया
शहर के विभिन्न वितरण खण्डो के 111 उपभोक्ताओं ने अपना कनेक्शन पीडी कराया है। वहीं 148 उपभोक्ता ऐसे हैं जिन्होने कनेक्शन की सर्विस के बल खम्भे से कटवा लिया है। यानी इन उपभोक्ताओं ने कनेक्शन पीडी नहीं कराया है पर स्मार्ट मीटर वाला कनेक्शन चला भी नहीं रहे हैं।
एलएंडटी ने दी सूचना
स्मार्ट मीटर लगाने की जिम्मेदार लार्सन एंड टूब्रो को है। कंपनी के अफसरों ने बिजली अफसरों को कनेक्शन पीडी व उपभोक्ताओं के खम्भे से सर्विस केबल कटी होने की जानकारी दी है।
स्मार्ट मीटर का कनेक्शन कटवाकर नया कनेक्शन लेने की शिकायत मिली है। क्षेत्र के जेई से इसकी जांच कराई जाएगी। उनसे पूछा जाएगा कि किन परिस्थितियों में कनेक्शन काटकर नया कनेक्शन जारी किया गया है। यदि सिर्फ स्मार्ट मीटर हटाने के लिए कनेक्शन कटवाया गया है तो यह गलत है। जांच कराकर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।