पश्चिमी विक्षोभ की दूसरी शाखा सक्रिय होने के बाद पूर्वांचल में तापमान में गिरावट आने से गलन बढ़ गई और लोग ठिठुरने लगे। बीएचयू के मौसम विशेषज्ञ डॉ. राजीव भाटला के अनुसार कोल्ड फ्रंट के काशी से पास होने तक शीतलहर का प्रकोप अगले तीन-चार दिन तक रहेगा। तापमान में गिरावट जारी रहेगी। शुक्रवार को वाराणसी में अधिकतम तापमान 15 डिग्री रहा जो सामान्य से सात डिग्री कम है। जबकि न्यूनतम तापमान 10 डिग्री दर्ज किया गया। गुरुवार को अधिकांश जिलों में धूप नहीं निकली। शुक्रवार को भी सूर्यदेव के दर्शन नहीं हो सके। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार बर्फीली हवाओं के असर से तापमान में गिरावट जारी रहेगी। ठंड के कारण पूरे पूर्वांचल में अबतक दर्जन भर लोगों की मौत हो चुकी है। गुरुवार को वाराणसी, भदोही, बलिया, आजमगढ़ और जौनपुर में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। कोहरे से रेल और सड़क यातायात पर असर पड़ा। कोहरे और कड़ाके की ठंड में प्रशासनिक तंत्र की उदासीनता से गरीबों और निराश्रितों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। कड़ाके की ठंड के बीच सड़कों और बाजारों में सन्नाटा पसरा है तो बस अड्डों, रेलवे स्टेशन और सार्वजनिक स्थलों पर लोग ठिठुरते नजर आए।