लखनऊ : समाजवादी परिवार में चल रहा गृह युद्ध अब किसी से छिपा नहीं है। हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि रिश्तों से बड़ी आज कुर्सी नजर आ रही है। पिता और पुत्र की लड़ाई का फायदा विपक्ष को हो रहा है। इन सब बातों को देखते हुए अब सीएम अखिलेश बड़ा फैसला ले सकते हैं। खबरों के मुताबिक सीएम अखिलेश यादव अपनी राह अलग करते हुए, चुनाव आयोग जाकर एसपी के चुनाव चिह्न को ‘साइकल’ को जब्त करने की मांग कर सकते हैं। दोनों खेमों की ओर से मिल रहे कड़े संकेत यही इशारा कर रहे हैं कि अब जो भी होगा निर्णायक होगा। उधर समाजवादी पार्टी में तेजी से घट रहे इस घटनाक्रम पर कांग्रेस के रणनीतिकारों की पैनी नजर है। उन्हें अखिलेश की बगावत का बेसब्री से इंतजार है।
अखिलेश के नजदीकी सूत्र बता रहे हैं कि टिकट बंटवारे में अनदेखी के बाद अखिलेश की आक्रामकता सिर्फ दिखाने के लिए नहीं है, अगर उनके पिता मुलायम सिंह यादव और चाचा शिवपाल यादव उनकी बात नहीं मानते हैं, तो वह अपना रास्ता अलग करने का मन बना चुके हैं। सूत्रों ने संकेत दिया कि अखिलेश इस संभावित घटनाक्रम के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं और अगर उन्हें अलग होना पड़ता है, तो वह चुनावी मैदान में अपने ‘ब्रैंड’ के बूते उतरेंगे। अखिलेश इस बार आर-पार की लड़ाई को लड़ने का मन इस कदर बना चुके हैं कि वह चुनाव आयोग जाकर अपनी नई पार्टी के चुनाव चिन्ह के लिए आवेदन करने के साथ-साथ समाजवादी पार्टी के चिह्न ‘साइकल’ को फ्रीज करने की मांग कर सकते हैं।