Sambalpur IIM: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को देश को एक और सौगात दी। पीएम ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से आईआईएम संबलपुर के स्थायी परिसर की आधारशिला रखी। 5000 से ज्यादा आमंत्रित समारोह में पीएम मोदी ने वर्चुअली भाग लिया। आमंत्रितों में अधिकारी, उद्योग जगत के प्रमुख लोग, शिक्षाविद और छात्र एवं अन्य शामिल रहे। आईआईएम संबलपुर पहला आईआईएम है जिसने फ्लिप्ड क्लासरूम का आइडिया लागू किया है। इसका बुनियादी विचार डिजिटल और उद्योग से लाइव प्रोजेक्ट के माध्यम से कक्षा में व्यावहारिक शिक्षा देना है। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, आज IIM कैंपस के शिलान्यास के साथ ही ओड़िशा के युवा सामर्थ्य को मजबूती देने वाली एक नई शिला भी रखी गई है। IIM का ये स्थायी कैंपस ओड़िशा के महान संस्कृति और संसाधनों की पहचान के साथ ओड़िशा को मैंनेजमेंट जगत में नई पहचान देने वाला है।
पीएम ने कहा, ‘बीते दशकों में एक ट्रेंड देश ने देखा, बाहर बने मल्टी नेशनल बड़ी संख्या में आए और इसी धरती में आगे भी बढ़े। ये दशक और ये सदी भारत में नए-नए मल्टीनेशसल्स के निर्माण का है। देश के नए क्षेत्रों में नए अनुभव लेकर निकल रहे मैंनेजमेंट एक्सपर्ट भारत को नई ऊंचाई पर ले जाने में बड़ी भूमिका निभाएंगे। इस साल भारत ने कोविड संकट के बावजूद पिछले सालों की तुलना में ज्यादा यूनिकॉर्न दिए हैं।’
जब आपमें से अनेक साथी संबलपुरी टेक्सटाइल और कटक की फिलिगिरी कारीगरी को ग्लोबल पहचान दिलाने में अपने कौशल का इस्तेमाल करेंगे, यहां के टूरिज्म को बढ़ाने के लिए काम करेंगे। तो आत्मनिर्भर भारत अभियान के साथ ही ओड़िशा के विकास को भी नई गति मिलेगी।’
‘Work from anywhere के कॉन्सेप्ट से पूरी दुनिया ग्लोबल विलेज से ग्लोबल वर्कप्लेस में बदल गई है। भारत ने भी इसके लिए हर जरूरी रिफॉर्म्स बीते कुछ महीनों में तेजी से किये हैं।’