अखिलेश सरकार की ओर से सपा प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव पर लगे सत्ता के दुरुपयोग की शिकायत में जांच शुरू करवाई गई है। यूपी सरकार ने अपने पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव की ओर से प्रदेश सरकार के सूचना और जनसंपर्क विभाग का राजनीतिक दुरुपयोग किए जाने की शिकायत का संज्ञान लिया है।
इस शिकायत पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से मुख्यमंत्री के विशेष सचिव अजय कुमार सिंह ने अपने पत्र दिनांक 15 दिसंबर, 2016 द्वारा विशेष सचिव (गोपन) को जांच कर 16 जनवरी, 2017 तक आख्या देने को कहा है।
इस सम्बन्ध में एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर की ओर से भेजी गयी शिकायत की जांच शुरू करवा दी गई है। शिकायत में यह कहा गया था कि बतौर राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह 18 जून 2016 को फैजाबाद गए थे। जहां उन्होंने एक पुराने सपा नेता श्रीपाल यादव को 20 साल तक पार्टी का झंडा ढ़ोने के एवज में 2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी थी।
शिवपाल सिंह यादव की इस सहायता को प्रदान करने को लेकर सूचना विभाग ने इस सम्बन्ध में सरकारी प्रेसनोट जारी किया था। जो पूरी तरह गलत है। साथ ही राजनीतिक हित में सरकारी तंत्र का सीधा दुरुपयोग किया जाना बताया गया था।
अब इस शिकायत पर राज्य सरकार ने बाकायदा जांच शुरू करवा दी है। इस शिकायत की सुनवाई के लिए आगे की प्रक्रिया जारी करवा दी गई है। यह बात सामने आने के बाद एक बात तय हो गई है कि चाचा और भतीजे के बीच खटास कम नहीं हो रही है। तभी संबंधित शिकायत को खारिज न करके उसके जांच के दायरे में ले लिया गया है।