तड़ीमाला ने इसके लिए प्रधानमंत्री को संबोधित एक ब्लॉग पोस्ट लिखा है, जिसमें उन्होंने जया के 75 दिन के अस्पताल में चले इलाज पर कई सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने पीएम से अपील की है कि वह जननेता जयललिता की बीमारी, उनके इलाज और अचानक मृत्यु के अनसुलझे सवालों से पर्दा उठाएं।
गौतमी ने लिखा ‘जयललिता को 22 सितंबर को बुखार और शरीर में पानी की कमी के चलते अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी बीमारी से जुड़ी कुछ ही जानकारी सार्वजनिक की गई थीं। अपोलो अस्पताल द्वारा जारी मेडिकल बुलेडिन ही पूर्व मुख्यमंत्री की हालत जानने का एकमात्र जरिया थे। किसी को भी उनसे मिलने की इजाजत नहीं थी।’