
पीतलनगरी में ठंड ने अपना असर तेज कर दिया है। पिछले पांच दिनों में अधिकतम तापमान में करीब चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है, जिससे दिन में भी सर्दी का एहसास बढ़ गया है। दोपहर में सूरज के दर्शन न होने से लोगों को राहत नहीं मिल सकी और सुबह से लेकर शाम तक ठंडक बनी रही।
शुक्रवार को अधिकतम तापमान 16.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि पांच दिन पहले अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस था। शुक्रवार सुबह शहर घने कोहरे की चादर में लिपटा नजर आया। सड़कों पर दृश्यता कम होने से वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
स्कूल जाने वाले बच्चों और दफ्तर जाने वाले लोगों को सुबह-सुबह ठंड और कोहरे से जूझना पड़ा। दिन चढ़ने के बाद कोहरा तो छंट गया, लेकिन हल्की धुंध पूरे दिन बनी रही, जिससे सूरज नहीं निकल पाया। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार शहर का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान सामान्य से 4.8 डिग्री नीचे बना हुआ है।
आद्रता का स्तर करीब 80 प्रतिशत रहा, जिसके कारण लोगों ने सामान्य ठंड से ज्यादा गलन महसूस की। पंतनगर विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. आरके सिंह का कहना है कि उत्तर-पश्चिमी हवाओं और पहाड़ी क्षेत्रों से आ रही ठंडी हवाओं के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है।
अगले एक सप्ताह तक ठंड से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। सुबह और रात के समय कोहरा और धुंध बने रहने की संभावना है, जबकि दिन का तापमान 18 से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। ठंड का असर जनजीवन पर साफ दिखाई देने लगा है।
सुबह की सैर पर निकलने वालों की संख्या कम हो गई है। वहीं चाय, कॉफी और अलाव की मांग बढ़ गई है। रिक्शा चालक, दिहाड़ी मजदूर और खुले में काम करने वाले लोगों के लिए ठंड चुनौती बनती जा रही है। शाम ढलते ही बाजारों में भी रौनक कुछ कम नजर आई।



