
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डे पर यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए शनिवार को नवीनीकृत टर्मिनल-2 का औपचारिक उद्घाटन केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू ने किया। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि मुझे यकीन है कि यहां से गुजरने वाला प्रत्येक यात्री एक जुड़े, प्रतिस्पर्धी और देखभाल करने वाले भारत का अनुभव करेगा। उन्होंने कहा कि आईजीआई एयरपोर्ट उत्तर भारत के लगभग 50 प्रतिशत हवाई यातायात को संभालता है और यह देश का एक पसंदीदा ट्रांसफर हब बनकर उभर रहा है
शनिवार की रात करीब 12 बजे से टर्मिनल-2 पर उड़ानों का संचालन शुरू हो गया है। सबसे पहले लखनऊ से इंडिगो की उड़ान 6ई-2058 रात करीब 12:30 बजे यहां उतरी, जबकि पुणे के लिए इंडिगो की उड़ान रात 2:15 बजे यहां से रवाना हुई।
एयरपोर्ट संचालन एजेंसी डायल (डीआईएएल) के अनुसार, फिलहाल प्रतिदिन यहां से करीब 120 घरेलू उड़ानों का संचालन होगा। इनमें से आधी एयर इंडिया और बाकी इंडिगो की उड़ानें हैं। ये उड़ानें पहले टर्मिनल-1 और 3 से संचालित की जाती थीं।
भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है टर्मिनल-2
आधुनिक तकनीक से लैस नया टर्मिनल-2 पूरी तरह यात्री-केंद्रित और भविष्य के लिए तैयार है। यहां कई अत्याधुनिक तकनीकें और सुविधाएं जोड़ी गई हैं। पहली बार यात्रियों को खुद अपना सामान चेक-इन करने की सुविधा दी गई है, जिससे कतारों में लगने का समय बचेगा। छह नए पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिज, अत्याधुनिक ऑटोनोमस डॉकिंग तकनीक से लैस हैं, जो विमान की ऊंचाई के अनुसार स्वतः समायोजित हो जाते हैं। इससे यात्रियों का चढ़ना-उतरना और अधिक सहज होगा।
वर्चुअल इन्फॉर्मेशन डेस्क की डिजिटल सुविधा यात्रियों को लाइव उड़ान स्थिति, बोर्डिंग गेट नेविगेशन, दुकानों की जानकारी, वर्चुअल चैट असिस्टेंट और वाई-फाई कूपन जैसी सेवाएं देती है। नई छतें, स्काईलाइट डिजाइन, आकर्षक फर्श और साफ साइनेज यात्रियों को खुला और स्वागत योग्य माहौल देते हैं। कम गतिशीलता वाले यात्रियों के लिए भी विशेष ध्यान रखा गया है। बेहतर वायु गुणवत्ता, आधुनिक अग्निशमन प्रणाली और ऊर्जा-कुशल मैकेनिकल अपग्रेड से टर्मिनल और भी सुरक्षित और टिकाऊ बना है।



