
लंबे समय से बीमार चल रहे बिलासपुर सदर के पूर्व विधायक रहे डॉक्टर बाबू राम गौतम ने रविवार शाम अपने आवास पर अंतिम सांस ली। उनका योगदान न केवल राजनीति बल्कि प्रशासन और समाज सेवा के क्षेत्र में भी यादगार रहा। डॉक्टर गौतम कुछ समय तक एम्स बिलासपुर में उपचाराधीन भी रहे।
वर्तमान में वह पूर्व विधायक परिषद के प्रदेशाध्यक्ष के पद पर थे और जीवनभर समाजसेवा से जुड़े रहे। उन्होंने 1985 में कांग्रेस से विधानसभा चुनाव लड़ा और भाजपा के सदा राम को हराया।
हालांकि 1990 के चुनाव में पार्टी ने उनका टिकट काट दिया और मेजर शिवराम को चुनाव मैदान में उतारा। उस समय प्रदेश में शांता कुमार की सरकार बनी, जो कुछ ही समय बाद गिर गई। 1993 में दोबारा चुनाव हुए, तब उन्हें पार्टी का टिकट मिला, लेकिन भाजपा प्रत्याशी जेपी नड्डा से 22 वोटों से हार गए। 1998 में भी उन्हें टिकट मिला, लेकिन उस समय भी नड्डा ने हरा दिया। 1998 से पहले एचआरटीसी के उपाध्यक्ष रहे। वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने भी ट्वीट कर उनके निधन पर शोक जताया।



