
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शनिवार को शिमला में एआईसीसी महासचिव और हिमाचल प्रदेश कांग्रेस मामलों की प्रभारी रजनी पाटिल से मुलाकात की। यह एक शिष्टाचार भेंट थी। इसके बाद सीएम सुक्खू ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रभारी रजनी पाटिल से पार्टी के कार्यक्रमों पर चर्चा हुई है। पार्टी को कैसे दिशा देनी है, इस संबंध में विस्तृत चर्चा हुई। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्ति को सुक्खू ने कहा कि संगठन के गठन को लेकर हाईकमान चर्चा कर रहा है। उन्होंने कोई नाम अपनी ओर से नहीं दिया है, उनके लिए सभी नेता बराबर हैं।
पार्टी में कोई गुट नहीं है, पूरी पार्टी कांग्रेस विचारधारा पर चल रही है। पार्टी के किसी भी नेता को यदि अध्यक्ष बनाया जाता है तो हमारा पूरा समर्थन रहेगा। सुक्खू ने कहा कि भाजपा कहती कुछ और है, करती कुछ और है। विधानसभा में नियम-67 के तहत चार दिन चर्चा हुई लेकिन जब जवाब देने की बात आई तो विपक्ष ने वाकआउट कर दिया। नियम-67 का मामला उठाने वाले नेता प्रतिपक्ष सदन में आए भी नहीं। सीएम ने कहा कि केंद्र से कोई राहत नहीं मिली। राज्य सरकार अपने सीमित संसाधनों से आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के बावजूद भी आपदा प्रभावितों को राहत पैकेज दे रहे हैं। फिर भी भाजपा उस पर राजनीति कर रही है, वाकआउट कर रही है, ये गलत बात है। वहीं मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू को शिमला में टंडन क्लब कांगड़ा के महासचिव नागेश्वर मनकोटिया की ओर से मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए 77000 रुपये का चेक भेंट किया गया।