भारत-अमेरिका का संयुक्त सैन्य अभ्यास आज से

​नई दिल्ली। भारत और अमेरिका आज से बंगाल की खाड़ी में संयुक्त रूप से सैन्य अभ्यास प्रारंभ करेंगे। इसमें दोनों देशों की सेनाओं के तीनों अंग एक साथ अभ्यास ‘टाइगर ट्रायम्फ’ की शुरुआत करेंगे। इस सैन्य अभ्यास का उद्देश्य संकट के समय मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) और संकट की स्थितियों के लिए सैन्य अंतर-संचालन क्षमता को बढ़ाने पर होगा। विशाखापट्टनम और काकीनाड़ा में होने वाले इस अभ्यास से आकस्मिक संकट के दौरान भारतीय और अमेरिकी संयुक्त कार्य बलों (जेटीएफ) के बीच तेजी से और सुचारू समन्वय स्थापित हो सकेगा।टाइगर ट्रायम्फ का चौथा संस्करण​रक्षा मंत्रालय के अनुसार द्विपक्षीय त्रि-सेवा भारत-अमेरिका मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) अभ्यास टाइगर ट्रायम्फ का चौथा संस्करण 01 से 13 अप्रैल तक पूर्वी समुद्र तट पर ​होगा। आईएनएस जलाश्व पर 01 अप्रैल को संयुक्त ध्वज परेड और मीडिया इंटरेक्शन के साथ उद्घाटन समारोह आयोजित किया जाएगा।​ इस अभ्यास का उद्देश्य एचएडीआर संचालन करने के लिए अंतर-संचालन क्षमता विकसित करना और संयुक्त समन्वय केंद्र (सीसीसी) स्थापित करने के लिए मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का निर्माण करना है। बंदरगाह चरण 07 अप्रैल तक

​अभ्यास में भारतीय नौसेना के जहाज जलाश्व, घड़ियाल, मुंबई और शक्ति​ अभ्यास में शामिल होंगे, जिन पर हेलीकॉप्टर और लैंडिंग क्राफ्ट, लंबी दूरी का समुद्री गश्ती विमान पी​-8​आई, 91 इन्फेंट्री ब्रिगेड और 12 मेक इन्फेंट्री बटालियन के सेना के जवान, वायुसेना के ​सी-130 विमान और एम​आई-17 हेलीकॉप्टर रैपिड एक्शन मेडिकल टीम के साथ मौजूद रहेंगे। अमेरिकी पक्ष का प्रतिनिधित्व अमेरिकी नौसेना के जहाज कॉमस्टॉक और राल्फ जॉनसन करेंगे, जिन पर अमेरिकी मरीन डिवीजन के जवान मौजूद रहेंगे।अभ्यास ​का बंदरगाह चरण 07 अप्रैल तक विशाखापट्टनम में ​होगा, जिसमें दोनों पक्षों के प्रतिभागी प्रशिक्षण यात्राओं, विषय वस्तु विशेषज्ञों के आदान-प्रदान, खेल आयोजनों और सामाजिक मेलजोल में भी भाग लेंगे। इसके बाद होगा समुद्री चरण

बंदरगाह चरण पूरा होने पर सैनिकों के साथ जहाज समुद्री चरण के लिए रवाना होंगे और काकीनाडा के तट पर समुद्री, जलस्थलीय और एचएडीआर संचालन करेंगे। अभ्यास के दौरान भारतीय सेना और अमेरिकी मरीन काकीनाडा नेवल एन्क्लेव में एक संयुक्त कमान और नियंत्रण केंद्र स्थापित करेंगे। भारतीय वायु सेना की आरएएमटी और अमेरिकी नौसेना की चिकित्सा टीम चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए एक संयुक्त चिकित्सा शिविर भी स्थापित करेगी। अभ्यास का समापन 13 अप्रैल को विशाखापट्टनम में अमेरिकी नौसेना के जहाज कॉमस्टॉक पर एक समारोह के साथ होगा।

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