नई दिल्ली : तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता के निधन के बाद से एआईएडीएमके पार्टी में जारी राजनीतिक संकट समाप्त होने के आसार नजर आने लगे हैं. यदि सब कुछ ठीक रहा तो एक बार फिर पन्नीरसेल्वम मुख्यमंत्री बन सकते है.
बता दें कि जयललिता की मौत के बाद से अन्नाद्रमुक दो फाड़ हो गई थी. लेकिन अब दोनों के बीच सुलह हो रही है, जिसके तहत ओ पन्नीरसेल्वम को राज्य के मुख्यमंत्री का पद और वर्तमान सीएम ई के पलानीस्वामी को शशिकला की जगह पर पार्टी का महासचिव बनाया जा सकता है. बताया जा रहा है कि करीब 122 विधायक पलानीसामी के समर्थन में हैं. जबकि 6 विधायकों के बागी हो जाने से सरकार के गिर जाने का खतरा मंडराने लगा तो हालात काबू में करने के लिए पार्टी में ये सुलह हो रही है.
इस बीच सूत्रों से पता चला है कि दोनों बड़े नेताओं के बीच सुलह हो गई है.अब दोनों धड़ों के वरिष्ठ नेताओं के बीच फैसले पर अंतिम मुहर और उसकी घोषणा के लिए एक औपचारिक वार्ता शुरू होगी. समाधान के तहत राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सी विजयभास्कर से मंत्रालय छीनकर विधायक सेन्धील बालाजी को ये प्रभार सौंपा जा सकता है. विजयभास्कर के खिलाफ आयकर विभाग की छापेमारी के बाद उन्हें हटाना जरुरी है.
इसके साथ ही पूर्व मंत्री और विधायक सेंथिल बालाजी के साथ एक या दो चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. स्मरण रहे कि बालाजी को पहले पार्टी से निकाल दिया गया था, मगर अब उन्हें वापस बुलाया जा रहा है. वहीं पार्टी की वर्तमान मुखिया शशिकला और उनके भतीजे टीटीवी दिनाकरन से अपने पदों से इस्तीफा देने के लिए कहा जाएगा.