Feb 19, 2017
- 07:46 इवीएम मशीन में गड़बड़ी की वजह से हरदोई में वोट डालने का इंतजार करते समाजवादी पार्टी के हैवीवेट नेता नरेश अग्रवाल के बेटे नितिन अग्रवाल. नितिन अग्रवाल यूपी में मंत्री भी हैं. उनके सामने बीएसपी के धरमवीर सिंह और बीजेपी के राजा बख़्श सिंह चुनाव लड़ रहे हैं.
- 07:45 कन्नौज की सियासत में मुलायम परिवार का ही जलवा कायम रहा है. कभी मुलायम कभी अखिलेश कभी डिंपल. इन नामों के ईर्द गिर्द यहां की सियासत घूमती रहती है. साल 2012 के विधानसभा चुनाव में कन्नौज ने सपा को तीनों सीटें जिताई थीं.
- 07:42 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में चर्चा विकास की हो रही है. अखिलेश बाबू अपने-आप को विकास पुरुष बताते नहीं थकते. बीजेपी नेता मोदी सरकार के विकास का ढिंढोरा पीटते नहीं थक रहे. बहनजी इन दोनों के विकास को खोखला बताकर इनकी हवा निकालने में लगी हैं. तो सवाल यही है कि क्या विकास का पहिया केवल शोपीस के रूप में पूरे यूपी में घुमाया जा रहा है. लगता तो ऐसा ही है, क्योंकि सारी पार्टियों की रणनीति जाति और मजहब के इर्दगिर्द ही बनाई जा रही है.विस्तार से पढ़ें : जात-पात-मजहब के कीचड़ में फंसा विकास का पहिया
- 07:41(IST)मुलायम सिंह यादव के भाई अभय राम यादव ने सैफई में वोट डालने के बाद परिवार में सबकुछ ठीक होने की बात कही.
- 07:40(IST)बाराबंकी को सपा का गढ़ माना जाता है. साल 2012 के चुनाव में सपा ने यहां की सभी 6 सीटें जीती थीं. बाराबंकी से इस बार सपा के कद्दावर नेता अरविंद सिंह गोप मैदान में हैं. अरविंद सिंह गोप को मुलायम सिंह का करीबी माना जाता है. कहा ये भी जाता है कि अरविंद सिंह गोप की वजह से ही बेनी प्रसाद वर्मा के बेटे का टिकट कटा है.
- 07:36आमतौर पर अच्छा रसोइया हो या भारतीय गृहणी, भगोने में पक रहे चावल के पकने का अंदाजा ऊपर के 1-2 चावल को हाथ में लेकर लगा लेती है. उत्तर प्रदेश के चुनावी मिजाज को समझने भर का काम विधानसभा के 2 चरणों के चुनावों में हुए मतों के मिजाज को समझकर लगाया जा सकता है.
- 07:29 लखनऊ में हो रहा है सबसे दिलचस्प मुकाबला. लखनऊ कैंट की सीट पर आमने- सामने हैं बहू-बेटी यानी अपर्णा यादव और रीता बहुगुणा. मुलायम परिवार की बहू हैं अपर्णा यादव जबकि पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल बहुगुणा की बेटी हैं रीता बहुगुणा. खास बात ये है कि इसी सीट से साल 2012 में रीता बहुगुणा कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीती थीं लेकिन इस बार उन्होंने कांग्रेस का साथ छोड़ कर बीजेपी का दामन थामा है.
- 07:2 अपने लंबे अनुभव के साथ उन दिलचस्प घटनाओं का जिक्र कर रहे हैं जिन्होंने देश की सियासत पर असर छोड़ा. अनकही और अनसुनी वो बातें जिनकी आज भी अहमियत कम नहीं है. देखते रहिए ये विशेष सीरीज़
- 07:26 क्या राजनीति में भी एक किस्म की आस्था होती है? जो सिर्फ इस उम्मीद पर टिकी होती है कि भविष्य आज नहीं तो कल बदलेगा. हमारा नहीं तो आने वाली पीढ़ी का बदलेगा. अगर ऐसा नहीं होता तो शायद ही आसमान में उड़ते हुए एक काले हेलिकॉप्टर को देख और उसकी आवाज सुनकर यूपी के रायबरेली में कचहरी के गर्ल्स इंटर कॉलेज ग्राउंड में लोग जुटने लगते. क्योंकि यहां कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी पहुंची थीं.
- 07:21 साल 2012 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने हरदोई की 8 सीटों में से 6 सीटें जीती थीं. हरदोई को नरेश अग्रवाल का गढ़ माना जाता है. इस बार नरेश अग्रवाल ने अपने बेटे नितिन अग्रवाल को मैदान में उतारा है.
- 07:20 लखनऊ सिटी मॉन्टेसरी इंटर कॉलेज में बने पोलिंग बूथ नंबर 253 में वोटरों की लंबी लाइन लगी हुई है.
- 07:19 साल 2012 के चुनाव में समाजवादी पार्टी ने क्लीन स्वीप किया था. फर्रखाबाद की सीट पर समाजवादी पार्टी ने 4 में से 3 सीटें जीती थीं.
- 07:18 ओल्ड लखनऊ में सुल्तानुल मदरिस स्कूल में बने पोलिंग बूथ में जारी मतदान.
- 07:17 प्रधानमंत्री मोदी की याददाश्त शानदार है. उन्होंने हाल ही में एक रैली में 1984 में मुलायम सिंह यादव पर हुए हमले का जो जिक्र किया वो सामान्य बात नहीं है.
पीएम मोदी ने मुलायम पर जिस हमले का जिक्र किया उसका आरोप कांग्रेस के एक नेता पर लगा था. पीएम मोदी ने 33 साल पुरानी उस घटना का जिक्र आज के संदर्भ में किया था. आज उस घटना की अहमियत पहले से और बढ़ गई है. राजनीति या तो याददाश्त मजबूत करने का नाम है या कुछ घटनाओं से यादों को मिटाने का और मोदी की पुरानी यादें ताजा करने की ये कोशिश नाकाम नहीं रहने वाली है.यूपी चुनावी महासमर के बीच वोटरों को जागरूक करने के अलग-अलग तरीके अख़्तियार किए जा रहे हैं. इलाहाबाद में वोटरों को मतदान के लिए जागरूक करने के लिए मोमबत्तियों के जरिये भारत की आकृति बनाई गई
- 07:11 मध्य यूपी में चुनाव के तीसरे चरण की धमक के बीच बहस का मुद्दा कुछ अलग है. इस चुनाव का मुद्दा ये नहीं है कि अपने मजबूत गढ़ पर यादव-परिवार का दबदबा कायम होगा या नहीं, बल्कि बहस का मुद्दा यह है कि यादव-परिवार में चले सत्ता-संघर्ष का चुनावी होड़ में उतरे उम्मीदवारों के भविष्य पर क्या असर पड़ेगा.
- 07:08 तीसरे चरण में फर्रुखाबाद,हरदोई, कन्नौज, मैनपुरी, इटावा, ओरैया, कानपुर देहात,कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी और सीतापुर में वोट डाले जा रहे हैं.
- 07:05 साल 2012 के विधानसभा चुनाव में इन 12 जिलों में समाजवादी पार्टी ने 55 सीटें जीत ली थीं.
- 07:04 तीसरे चरण में कई दिग्गज मैदान में उतरे हैं. लखनऊ से रीता बहुगुणा, अपर्णा यादव, गोपाल टंडन, अभिषेक मिश्रा मैदान में हैं.जसवंत नगर से शिवपाल सिंह मैदान में हैं . बाराबंकी से अरविंद सिंह गोप मैदान में हैं.
- 07:02 तीसरे चरण में 12 जिलों में 69 सीटों पर मतदान शुरु
- 07:01 यूपी में तीसरे चरण का मतदान शुरु