कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में देश के वैज्ञानिकों-उद्यमियों-नवोन्मेषियों के प्रयास भी रंग लाते दिख रहे हैं। इस समय जांच सबसे जरूरी है। वाराणसी और पुणे के युवाओं ने सस्ती जांच किट उपलब्ध कराने में सफलता पाई है। बीएचयू स्थित अटल इंक्यूबेशन सेंटर के इंक्यूबेटी ने जहां शुरुआती जांच कर सकने वाली उपयोगी किट तैयार की है, जिसे घर बैठे एप पर ऑर्डर देकर भी मंगवाया जा सकता है, वहीं पुणे की महिला रिसर्चरों की टीम ने एक बार में 100 टेस्ट कर सकने वाली सस्ती किट विकसित कर दिखाई है, जिसका इस्तेमाल मान्यताप्राप्त जांच केंद्रों में शुरू हो चुका है।
वाराणसी में इंक्यूबेटी कपिल पराशर द्वारा तैयार कोविड-19 वन टाइम यूज जांच किट को नेशनल हेल्थ अथॉरिटी ने अनुमति दे दी है। इसे अब प्राइवेट और सरकारी डायग्नोसिस सेंटरों को भी भेजा जा रहा है। साथ ही व्योम एप के जरिए भी यह इस हफ्ते के अंत तक आमजन के लिए भी उपलब्ध होगी। गूगल प्लेस्टोर पर उपलब्ध व्योम एप और इसकी वेबसाइट पर जाकर कोविड-19 जांच किट के साथ ही अन्य पैकेज को ऑनलाइन ऑर्डर किया जा सकता है। कपिल पराशर कहते हैं आर्डर किए जाने के चार दिन के भीतर किट घर तक पहुंच जाएगी। किट ले जाने वाले दक्ष व्यक्ति को पचास रुपये किट का और 50 रुपये सेवा का चुकाना होगा। आयुष्मान से जुड़े लोगों को कोई शुल्क नहीं देना होगा।
पुणे की माई लैब डिस्कवरी सॉल्यूशन लैब की टीम में शामिल वैज्ञानिक मीनल, मैताली और शैफाली ने जो किट तैयार की है उससे 100 टेस्ट किए जा सकते हैं। किट की कीमत 1400 रुपये है। भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान परिषद (आइसीएमआर) व फूड एंड ड्रग्स कंट्रोल अथॉरिटी (सीडीएससीओ) से इस किट को अनुमति मिल गई है। टीम लीडर मीनल भोसले ने बताया कि प्रतिदिन 15 हजार किट तैयार की जा रही हैं। यह किट महज ढाई घंटे में कोरोना जांच की रिपोर्ट दे देती है।
आइसीएमआर द्वारा कोविड-19 की जांच करने के लिए निर्धारित की गई लैब और अस्पतालों में इस किट का इस्तेमाल शुरू हो चुका है। कोरोना है या नहीं, किट के जरिये जांच कर इसका पता लगाना अब पहले से आसान हो जाएगा। बलगम आदि का नमूना लेकर जांच की जाएगी।