
हिमाचल प्रदेश में बदले मौसम के बीच न्यूनतम तापमान में कमी आने से ऊंचाई वाले क्षेत्रों की सड़कों पर पानी जमने लगा है। मनाली-लेह, दारचा-शिकुंला व कोकसर-लोसर मार्ग पर इस कारण फिसलन बढ़ गई है। यहां वाहनों की आवाजाही में भी कमी दर्ज हुई है। वीरवार रात को प्रदेश के 13 स्थानों में न्यूनतम तापमान दस डिग्री से कम रहा। केलांग, ताबो और कुकुमसेरी में पारा माइनस में रिकॉर्ड हुआ।
शुक्रवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के सभी क्षेत्रों में धूप खिली। 13 नवंबर तक मौसम साफ बना रहने का पूर्वानुमान है। हालांकि, हवा में ठंडक बरकरार है। सुंदरनगर में शुक्रवार सुबह और शाम के समय घना कोहरा छाया रहा। जिला कुल्लू और जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में सुबह-शाम कड़ाके की ठंड पड़ रही है। लाहौल-स्पीति प्रशासन ने कुंजम दर्रा व शिंकुला दर्रा होकर वाहनों के लिए समयसारिणी तय कर दी है। कोकसर से काजा की सुबह 9 बजे और दारचा से सुबह 10 बजे वाहनों को लेह के लिए छोड़ा जाएगा। माैसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार पूरे प्रदेश में 13 नवंबर तक माैसम साफ बना रहने का पूर्वानुमान है। अगले 3 से 4 दिनों में न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने की संभावना है। अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। वीरवार रात को केलांग में न्यूनतम तापमान माइनस 2.9 और ताबो व कुकुमसेरी में माइनस 2.4 डिग्री सेल्सियस रहा।
कहां कितना रहा न्यूनतम पारा
शिमला में न्यूनतम तापमान 10.2, सुंदरनगर में 8.7, भुंतर में 6.4, कल्पा में 1.4, धर्मशाला में 12.2, ऊना में 12.0, नाहन में 11.9, सोलन में 7.4, मनाली में 4.1, कांगड़ा में 9.0, मंडी में 9.6, बिलासपुर में 12.5, हमीरपुर में 9.2, कुफरी में 7.8, नारकंडा में 6.1, भरमाैर में 10.0, सेऊबाग में 5.0, बरठी में 10.5, कसाैली में 13.0, सराहन में 9.7 और देहरा गोपीपुर में 11.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।



