समुदाय में कोविड टीकाकरण की अलख जगाएंगी आशा

  • टीकाकरण से छूटे लाभार्थियों का डेटा एकत्र कर एमओआईसी को बताएं

बाराबंकी। कोविड-19 को पूरी तरह से मात देने के लिए टीकाकरण बहुत जरूरी है। इसी को ध्यान में रखते हुए सबसे अधिक जोखिम वालों तक वैक्सीन पहुंचाने की हरसंभव कोशिश हो रही है। स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंट लाइन वर्कर्स के बाद अब सबसे अधिक जोखिम समूह में आने वाले 60 वर्ष से अधिक उम्र वालों और गंभीर बीमारी से ग्रसित 45 से 59 साल के लोगों का टीकाकरण  चल रहा है। टीकाकरण की गति को बढ़ाने और समुदाय के लोगों को प्रेरित करने में अब आशा कार्यकर्ताओं और अन्य फ्रंट लाइन वर्कर्स की भी मदद ली जाएगी।

इस सम्बन्ध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन- उत्तर प्रदेश की मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने सूबे के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र जारी कर कोविड-19 टीकाकरण में आशा कार्यकर्ताओं और अन्य फ्रंटलाइन वर्कर्स का सहयोग लिए जाने का निर्देश दिया है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाक्टर बीकेएस चौहान का कहना है कि 60 वर्ष से अधिक तथा 45 से 59 वर्ष आयु वर्ग के गंभीर बीमारियों से ग्रसित व्यक्ति शत प्रतिशत लोगों के टीकाकरण के लिए आशा कार्यकर्ताओं को नयी जिम्मेदारी सौंपी गयी है। इसके लिए आशा कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया है कि उक्त आयु वर्ग के कोविड-19 टीकाकरण से छूटे लाभार्थियों से संपर्क कर टीकाकरण के लिए प्रेरित करें। उन्हें आनलाइन पंजीकरण में सहयोग कर टीकाकरण स्थल की राह दिखाएं। साथ ही प्रथिरोधी परिवार की सूची तैयार कर अपने प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को उपलब्ध कराएं।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा राजीव सिंह ने कहा कि सभी आशा कार्यकर्ता समुदाय के बीच जाकर कोविड टीकाकरण के लाभ तथा बचाव के बारे में अवगत कराएं। टीकाकरण के लिए निकटवर्ती सत्र स्थल तथा समय के बारे में बताएं। टीकाकरण के लिए नियमानुसार ड्यूलिस्ट तैयार करें। लाभार्थियों को टीकाकरण स्थल पर जाने के लिए प्रेरित करें। ऑनलाइन पंजीकरण कराने में सहयोग करने के साथ टीकाकरण से वंचित लाभार्थियों का डेटा तैयार कर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को सूची उपलब्ध कराएं।

उन्होंने यह भी कहा कि प्रतिरोधी परिवार को चिन्हित कर उच्चाधिकारियों के सहयोग से कोविड टीकाकरण के लिए प्रेरित करने को कार्यवाही की जाए। इन गतिविधियों में जिला कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर( डीसीपीएम), ब्लाक कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर ( बीसीपीएम) तथा अर्बन को-आर्डिनेटर से सहयोग प्राप्त किया जाए। शहरी क्षेत्र में यह दायित्व शहरी आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एएनएम तथा अन्य फ्रंटलाइन वर्कर्स को सौपी गयी है। ऐसे में 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग यथा 45 से 59 वर्ष के गंभीर बीमारियों से ग्रसित शत प्रतिशत टीकाकरण के लिए सभी को अपने दायित्वों का सही ढंग से निर्वहन करें।

जांच रिपोर्ट में 965 मिले निगटिव, 18 केस एक्टिव

जिले के सरकारी अस्पतालों से भेजे गए नमूनों में शनिवार को 965 की जांच रिपोर्ट मिली, जिसमें आयी  निगेटिवपाए गए। सीएमओ ने बताया कि जिले में अब तक कुल 7845 संक्रमितों में से 7718 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। जिले में अभी एक के पॉजटिव व 18 केस एक्टिव हैं। संक्रमित लोगों का इलाज होम आइसोलेशन में चल रहा है।

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