
बिहार में लोकसभा की एक और विधानसभा की पांच सीटों पर अगले महीने होने वाले उपचुनाव में प्रत्याशियों की हार-जीत तो तय होगी ही, विपक्षी महागठबंधन कसौटी पर होगा. इस उपचुनाव को अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के सेमीफाइनल के रूप में भी देखा जा रहा है.

बिहार के जिन पांच विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव की घोषणा हुई है, पिछले विधानसभा चुनाव में इन सभी सीटों पर महागठबंधन का कब्जा था. इनमें चार सीटों पर जद (यू) के उम्मीदवार, जबकि किशनगंज सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार विजयी हुए थे. उस समय जद (यू) महागठबंधन में ही था, मगर अब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल है. ऐसे में इस चुनाव में बदले समीकरण में महागठबंधन की चुनौती इन सीटों पर कब्जा बनाए रखने की होगी.
बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में महागठबंधन का स्वरूप अलग था. उस समय राजद, जद (यू) और कांग्रेस साथ थी. अब जद (यू) महागठबंधन से अलग है और राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी (रालोसपा) महागठबंधन के साथ है.



