पंजाब के प्रगतिशील किसान बोले- नए कृ्षि कानूनों ने उम्मीद जगाई तो अपनाने में हर्ज कैसा

पंजाब में केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों पर सियासी घमासान मचा हुआ है। इसके विरोध में काफी संख्‍या में पंजाब के किसान किसान हरियाणा-पंजाब सीमा पर चल रहे आंदोलन (Farmers Protest) में भाग ले रहे हैं। दूसरी ओर, राज्‍य के प्रगतिशील किसानों का कहना है कि नए कृषि सुधार कानूनों ने किसानों में नई उम्‍मीद जगाई है। ऐसे में इन कानूनों काे अपनाने में हर्ज नहीं हैं। इन प्रगतिशील किसानों में पठानकोट के कई किसान भी शामिल हैं।

पठानकोट के किसानों ने कहा, अब तक कृषि कानूनों को जितना जाना, उसमें कोई कमी नहीं दिखी

पठानकोट जिला जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश की सीमाओं से सटा है। भले ही शेष पंजाब के मुकाबले यहां खेती कम होती है और किसानों की संख्या भी कम है, परंतु जितने किसान यहां है वह प्रगतिशील सोच के साथ नए कृषि सुधार कानूनों के साथ भविष्य संवारने की बात कर रहे हैैं। यही कारण है कि यहां के किसान रहते हैं कि कृषि सुधार कानून किसानों के खिलाफ नहीं बल्कि उनके हक में है। उनका कहना है कि नए कानूनों ने एक उम्मीद जगाई है तो वह इन्हें अपना भी लेंगे। इससे उनका फायदा ही होगा।

Related Articles

Back to top button
X (Twitter)
Visit Us
Follow Me
YouTube
YouTube