नेपाल और मेडागास्‍कर के बाद इस देश में सरकार के खिलाफ Gen-Z का आंदोलन

नेपाल और मेडागास्‍कर के बाद अब पेरू में भी GenZ आंदोलन की आग देखने को मिली है। युवाओं ने पेरू में प्रेसिडेंट जोस जेरी के खिलाफ रात भर प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति का इस्तीफा मांगा। हालांकि, गुरुवार को ही प्रेसिडेंट जोस जेरी ने त्यागपत्र देने से इनकार कर दिया था।

दरअसल, इस जेन-जी प्रदर्शन में कम से कम एक एक व्यक्ति की मौत हो गई है। वहीं, दर्जनों पुलिस ऑफिसर घायल हो गए। राष्ट्रपति जोस जेरी ने कुछ दिन पहले ही पेरू की सत्ता संभाली थी।

क्यों सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारी?

जानकारी के मुताबित, बुधवार को सरकार के खिलाफ Gen Z ने प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में ट्रांसपोर्ट वर्कर्स और सिविल ग्रुप्स के लोग भी शामिल हुए। करप्शन और बढ़ते क्राइम के खिलाफ ये प्रोटेस्ट किया गया। इससे पहले भी कई प्रदर्शन किए जा चुके हैं। हालांकि, बुधवार रात का ये प्रदर्शन सबसे बड़ा और व्यापक स्तर पर रहा।

बताया जा रहा है कि देश भर में हजारों की संख्या प्रदर्शनकारी जमा हुए। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश, जिसके बाद झड़प देखने को मिली। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। इस दौरान प्रोटेस्ट करने वालों ने पटाखे छोड़ने शुरू कर दिए।

विवादों से घिरी है जेरी सरकार

गौरतलब है कि पेरू की नई जेरी सरकार वर्तमान में विवादों से घिरी है। वर्तमान राष्ट्रपति जोस जेरी पेरू कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं। जेरी का नाम एक महिला द्वारा बलात्कार के आरोपों के चलते जांच में भी शामिल है। हालांकि, इन आरोपों को उन्होंने अगस्त में खारिज कर दिया था।

राष्ट्रपति जेरी को प्रदर्शनकारियों ने बुलाया रेपिस्ट

प्रदर्शनकारियों ने उन्हें और उनकी सरकार को आलोचना का शिकार बनाया है। इस जेन जी प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने जेरी को बलात्कारी बुलाकर संबोधित किया। इस दौरान पुलिस पर पत्थर भी फेंके गए। बाद में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े और हल्का बल का प्रयोग किया।

उल्लेखनीय है कि पेरू के लोगों का कहना है कि वह दशकों से भ्रष्टाचार और नाकाम सरकार से तंग आ चुके हैं। युवा वर्ग में नकारात्मकता बढ़ रह है और वे बदलाव की मांग कर रहे हैं। सरकार की नीतियों और हिंसा के चलते आम लोगों को आक्रोश लगातार बढ़ रहा है।

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