नई दिल्ली: कोरोना महामारी (coronavirus pandemic) से सुस्त पड़ी अर्थव्यवस्था (economy) को रफ्तार देने के लिए सरकार जल्द ही दूसरे राहत पैकेज (stimulus package) का ऐलान करने वाली है. सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) राहत पैकेज को लेकर एक बड़ी बैठक करने वाले हैं. इस बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) और वित्त सचिव शामिल होंगे, ये बैठक आज शाम 6:30 बजे होगी.
पिछले दिनों वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने खुद ही ये ऐलान किया था कि दूसरा राहत पैकेज लाने का रास्ता बंद नहीं हुआ है. तभी से ये तय हो गया था कि सरकार कभी भी दूसरा राहत पैकेज लेकर आ सकती है. दूसरे राहत पैकेज को लेकर वित्त मंत्रालय (Ministry of Finance) में लगातार बैठकों का दौर चलता रहा है. बीते दो महीनों में कई बैठके हुई हैं. हाल ही में GDP के आंकड़े -23.9 परसेंट तक गिर जाने के बाद सरकार की चिंताएं बढ़ गईं.
राहत पैकेज पर पीएम मोदी की बड़ी बैठक
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ आज होने वाली बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आत्मनिर्भर भारत के तहत अबतक लागू की गईं योजनाओं की समीक्षा भी करेंगे. पीएम मोदी देखेंगे कि पहले राहत पैकेज का कितना फायदा हुआ और कहां सुधार की गुंजाइश है. इसके बाद अगले राहत पैकेज पर भी चर्चा होने की उम्मीद है. दूसरे राहत पैकेज पर केवी कामथ कमेटी अपनी रिपोर्ट पहले ही दे चुकी है
नौकरियों पर रह सकता है फोकस!
सूत्रों के मुताबिक दूसरे राहत पैकेज में सरकार का ज्यादातर फोकस नौकरियों पर रहने वाला है. बैंक आफ अमेरिका सिक्योरिटीज (BofA) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि नए पैकेज का फोकस मझोले कारोबारियों के ब्याज दरों में छूट, रियल्टी के लिए राहत और सरकारी बैंकों के रीकैपिटलाइजेशन पर रह सकता है.
12 मई को आया था पहला राहत पैकेज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मई को 20 लाख करोड़ के आत्मनिर्भर भारत पैकेज की घोषणा की थी. इस पैकेज की घोषणा करते हुए तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि ‘ये विशेष आर्थिक पैकेज करीब 20 लाख करोड़ रुपये का है. ये भारत की जीडीपी का करीब-करीब 10 प्रतिशत है.’ उन्होंने कहा कि 20 लाख करोड़ रूपये का ये पैकेज 2020 में आत्मनिर्भर भारत अभियान को एक नई गति देगा. आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए अब देश का आगे बढ़ना अनिवार्य है. इसके बाद वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने लगातार पांच दिन प्रेस कांफ्रेंस करते हुए अलग-अलग सेक्टरों के लिए पैकेज की घोषणा की थी.