जन्मदिन हो या एनिवर्सरी, हर फंक्शन का सुपरस्टार है केक

केक मेकिंग की दुनिया में क्राफ्टमैनशिप का दौर वापस आ रहा है। यहां परंपरा और आधुनिकता का खूबसूरत मेल देखने को मिल रहा है। इनमें लेमिनेटेड डो से लेकर फ्रेंच डेजर्ट आंत्रेमे और लेयर्ड केक की डिमांड बढ़ रही है। हर डेजर्ट का अपना मूड होता है। कई बार तो लोग केक पर अपनी यादों तक को प्रस्तुत करने की फरमाइश करते हैं।

केक सजाने में भी कई नए ट्रेंड्स उभरे हैं। इनमें प्रकृति से प्रेरित जैसे फूलों और पत्तियों वाली आर्गेनिक और खूबसूरत डिजाइन, जो दिखने में कलात्मक लगती हैं, विशेष हैं। ऐसे ही प्लेफुल पाइपिंग के जरिए केक डेकोरेशन को खास बनाया जाता है, जिसमें लैंबेथ-स्टाइल और नास्टैल्जिक विंटेज केक मजेदार एहसास देते हैं। इस सबसे विपरीत मिनिमलिस्ट डिजाइन की भी मांग होती है, जिसमें कम से कम सजावट का इस्तेमाल होता है, मगर केक की बनावट और रंग खुद अपनी कहानी कहते हैं।

रंग बदलती पेस्ट्री

आजकल बेकरी की दुनिया में एक रोमांचक बदलाव देखने को मिल रहा है, केक के अतिरिक्त पेस्ट्री और क्वासां, सिनेमन रोल, डैनिस पेस्ट्री आदि वीनवाहजरी (जिन्हें ब्रेकफास्ट पेस्ट्री भी कहते हैं) की श्रेणी में यह बदलाव विशेष रूप से नजर आता है। लोग केवल स्वाद ही नहीं, बल्कि टेक्सचर पर भी ध्यान दे रहे हैं। पेस्ट्री में मुंह में पिघलती परतों का एहसास उन्हें बहुत पसंद आता है। इनमें वनीला और हेजलनट से तैयार पंडन कोकोनट, जातार क्रीमचीज या युजु कर्ड जैसे अनोखे मिश्रण वाली पेस्ट्रीज बहुत लोकप्रिय हो रही हैं।

नए स्वाद, नए अनुभव

आजकल स्वाद भी पहले से ज्यादा बोल्ड और लेयर्ड हो गए हैं। आइए जानें, कुछ नए और रोमांचक स्वाद जो ट्रेंड में हैं। इनमें सबसे पहले आता है फूलों और फलों के मेल से बनने वाला स्वाद। जैसे हिबिस्कस-स्ट्राबेरी, केसर-गुलाब या चमेली-आम के स्वाद का मिश्रण। इससे तैयार होने वाले केक या बेकरी उत्पाद मिले-जुले स्वाद के साथ आते हैं। अब तो डेजर्ट में नमकीन-चटपटे स्वाद को भी मिलाकर बेकरी उत्पाद बनाए जा रहे हैं। इनमें फर्मेंट किए गए सोयाबीन से तैयार मिसो और कैरेमल, आलिव आयल चाकलेट और यहां तक कि तुलसी का उपयोग भी किया जा रहा है। ये फ्लेवर मुख्यत: पेस्ट्रीज व कुकीज में खास तौर पर पसंद किया जा रहा है। इसी क्रम में माचा पैरिस ब्रेस्ट केक, सैफ्रन-रोज मिल फ्वी(पफ पेस्ट्री या केक) जैसे स्वाद दो संस्कृतियों को जोड़ने का काम कर रहे हैं। इनमें क्षेत्रीय स्वाद भी किसी से कम नहीं। गुड़, गंधराज नींबू, फिल्टर काफी और गुलकंद जैसे भारतीय स्वाद अब आधुनिक केक में जगह बना रहे हैं।

सेहत के लिए स्वाद से समझौता नहीं

केक को गिल्ट फूड के तौर पर भी देखा जाता है। कई बार लोग स्ट्रेस होने पर भी बेकरी फूड को ही चुनते हैं। ऐसे में कई विकल्प मौजूद हैं, जहां आप बिना सेहत के साथ समझौता किए स्वाद की इस दिलचस्प दुनिया में प्रवेश कर सकते हैं। आज सेहत को लेकर सतर्क लोग वीगन, ग्लूटेन-फ्री और कम चीनी वाले बेकरी विकल्पों की मांग कर रहे हैं। हम इन विकल्पों को ‘बस एक विकल्प’ नहीं मानते, बल्कि इन पर उतना ही ध्यान देते हैं।। इसके लिए मैदे की जगह बादाम का आटा, कोकोनट शुगर और एक्वाफाबा(फली या छोले का झागदार पानी) जैसी सामग्री का इस्तेमाल करते हैं ताकि स्वाद और टेक्सचर में कोई कमी न आए!

सब्र सिखाती है बेकिंग

बेकिंग का काम देखने में बहुत आसान लगता है, मगर स्वाद की विविधताओं से भरे इस सफर में तमाम अड़चनें आती हैं। कभी सामग्री की सही नाप समझ नहीं आती तो कभी ओवन के तापमान में थोड़ी सी भी उठा-पटक सारी मेहनत पर पानी फेर जाती है। जब कुछ गलत हो जाए, तो रुकें, गहरी सांस लें और इसे सीखने का मौका मानें। बेकिंग में सब्र और सटीकता दोनों बहुत जरूरी होते हैं। अगर आप घर पर बेकिंग करते हैं तो आम तौर पर होने वाली गलतियों में शामिल हैं:

बैटर को ज्यादा मिलाना: इससे ग्लूटेन ज्यादा बन जाता है और केक सख्त हो सकता है।
सामग्री को सही से न मापना: बेकिंग एक विज्ञान है, इसलिए माप सही होना बहुत जरूरी है।
ओवन को जल्दी खोल देना: इससे केक सही से सेट नहीं हो पाता है और ढह सकता है।

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