माचिस मिलने पर जैसे ही उसने जलाया, कमरे में गैस भरी होने के चलते आग लग गई जिससे वह भी उसकी चपेट में आ गई। चीखने-चिल्लाने पर मौके पर पहुंचे पिता ने उसे किसी प्रकार बाहर निकाला और आग पर काबू पाया लेकिन तब तक अंजू गंभीर रूप से झुलसकर बेहोश हो चुकी थी। बेटी को बचाने में पिता भी झुलस गया।
परिवारीजनों ने आनन-फानन में दोनों को सीएचसी टांडा ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने युवती को मृत घोषित कर दिया। परिवारीजनों ने पुलिस को सूचित किए बिना ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया। उधर, कोतवाल वकील सिंह यादव ने बताया कि उन्हें ऐसी किसी घटना की जानकारी नहीं है।